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बेगूसराय: जिले में बढ़ रहा अपराध, चोरों ने 4 महीने में 2 करोड़ लूटे - crime

आश्चर्यजनक है कि पुलिस इन तमाम मामलों का उद्भेदन नहीं कर पा रही है. इससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं.

जानकारी देते डीएसपी
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Published : May 21, 2019, 7:39 AM IST

Updated : May 21, 2019, 7:47 AM IST

बेगूसराय: जिले में अपराध का ग्राफ बड़ी तेजी से ऊपर जा रहा है. जिसमें प्रमुख रूप से झपट मारी, चोर व लूटेरे गिरोह लगातार पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं. बीते 4 माह के दौरान बदमाशों ने बेगूसराय के शहरी इलाकों में रह रही जनता से 2 करोड़ से ज्यादा की राशि चुराई और लूटी है. आश्चर्यजनक है कि पुलिस इन तमाम मामलों का उद्भेदन नहीं कर पा रही है. इससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं.

मालूम हो कि इस वर्ष के बीते 4 माह में बदमाशों ने सूने पड़े 50 से अधिक मकानों के साथ ही एक सौ से ज्यादा बाइकर्स को निशाना बनाया है. पुलिस इस दौरान 5% मामलों का भी खुलासा नहीं कर पाई है. वहीं महज 3 फीसदी ही चोरी हुए माल की बरामदगी की जा सकी है.

जानकारी देते डीएसपी

एफआईआर के बाद मामले पर जाते हैं ठंडे
चोरी, लूट, छिनतई, झपटमारी की खबर के बाद पुलिस की ओर से एफआईआर करने में पहले आनाकानी की जाती है. बाद में वरीय अधिकारियों से शिकायत करने के बाद प्राथमिकी दर्ज करने तक सब ठीक-ठाक रहता है. लेकिन, बाद में पुलिस अनुसंधान व पर्यवेक्षण की आड़ में मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती है.

मामले के खुलासे में पुलिस क्यों पड़ रही है कमजोर?
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मुखबिरी तंत्र के कमजोर होने और पुलिस के अन्य कामों में व्यस्त रहने के कारण ऐसे कांडों के लिए पुलिस को समय नहीं मिल पाता है. इससे ऐसी घटनाओं के मामले में लोग मायूस हो जाते हैं. हालात यह है कि अब पुलिस की कार्यशैली के चलते लोगों का भरोसा घटता जा रहा है.

कुछ प्रमुख घटनाएं

  • 13 जनवरी को नगर थाना क्षेत्र के कपसिया मोहल्ले में चोरों ने रिफाइनरी के सेवानिवृत्त क्वालिटी कंट्रोल ऑफिसर के घर सोने के जेवरात और 1 किलो चांदी समेत 25 लाख की संपत्ति की चोरी की
  • 16 जनवरी की रात नगर थाना क्षेत्र के विश्वास नगर मोहल्ले में सेवानिवृत्त अधिकारी दिनेश प्रसाद सिंह के घर से जेवरात समेत लाखों की चोरी हुई
  • 13 मार्च को नगर थाना क्षेत्र में सुभाष चौक के समीप झपट मार गिरोह के सदस्यों ने दिनदहाड़े B.Ed कॉलेज के प्रोफेसर व दिनेश पुर गांव निवासी संजीत कुमार की पत्नी रेखा कुमारी से 3:30 लाख का कीमती मोबाइल झपट लिया
  • 19 अप्रैल की रात नगर थाना क्षेत्र के रिफाइनरी के प्रोडक्शन असिस्टेंट मैनेजर दयानंद पासवान के घर से पांच लाख की चोरी हुई
  • 10 मई को नगर थाना क्षेत्र के अमरदीप सिनेमा हॉल के सामने दिनदहाड़े आरसीएम कंपनी के एजेंट को गोली मारकर लूट लिया और फरार हो गए.

क्या बोले डीएसपी?
इस बाबत डीएसपी बताते है कि लूट, छिनतई और चोरी जैसे मामले हुए तो जरूर हैं लेकिन, इसमें लगभग सभी मामलों का अनुसंधान अब अंतिम दौर में है. कुछ मामलों में पुलिस को सफलता भी हाथ लगी है, शेष की जांच जारी है.

बेगूसराय: जिले में अपराध का ग्राफ बड़ी तेजी से ऊपर जा रहा है. जिसमें प्रमुख रूप से झपट मारी, चोर व लूटेरे गिरोह लगातार पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं. बीते 4 माह के दौरान बदमाशों ने बेगूसराय के शहरी इलाकों में रह रही जनता से 2 करोड़ से ज्यादा की राशि चुराई और लूटी है. आश्चर्यजनक है कि पुलिस इन तमाम मामलों का उद्भेदन नहीं कर पा रही है. इससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं.

मालूम हो कि इस वर्ष के बीते 4 माह में बदमाशों ने सूने पड़े 50 से अधिक मकानों के साथ ही एक सौ से ज्यादा बाइकर्स को निशाना बनाया है. पुलिस इस दौरान 5% मामलों का भी खुलासा नहीं कर पाई है. वहीं महज 3 फीसदी ही चोरी हुए माल की बरामदगी की जा सकी है.

जानकारी देते डीएसपी

एफआईआर के बाद मामले पर जाते हैं ठंडे
चोरी, लूट, छिनतई, झपटमारी की खबर के बाद पुलिस की ओर से एफआईआर करने में पहले आनाकानी की जाती है. बाद में वरीय अधिकारियों से शिकायत करने के बाद प्राथमिकी दर्ज करने तक सब ठीक-ठाक रहता है. लेकिन, बाद में पुलिस अनुसंधान व पर्यवेक्षण की आड़ में मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती है.

मामले के खुलासे में पुलिस क्यों पड़ रही है कमजोर?
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मुखबिरी तंत्र के कमजोर होने और पुलिस के अन्य कामों में व्यस्त रहने के कारण ऐसे कांडों के लिए पुलिस को समय नहीं मिल पाता है. इससे ऐसी घटनाओं के मामले में लोग मायूस हो जाते हैं. हालात यह है कि अब पुलिस की कार्यशैली के चलते लोगों का भरोसा घटता जा रहा है.

कुछ प्रमुख घटनाएं

  • 13 जनवरी को नगर थाना क्षेत्र के कपसिया मोहल्ले में चोरों ने रिफाइनरी के सेवानिवृत्त क्वालिटी कंट्रोल ऑफिसर के घर सोने के जेवरात और 1 किलो चांदी समेत 25 लाख की संपत्ति की चोरी की
  • 16 जनवरी की रात नगर थाना क्षेत्र के विश्वास नगर मोहल्ले में सेवानिवृत्त अधिकारी दिनेश प्रसाद सिंह के घर से जेवरात समेत लाखों की चोरी हुई
  • 13 मार्च को नगर थाना क्षेत्र में सुभाष चौक के समीप झपट मार गिरोह के सदस्यों ने दिनदहाड़े B.Ed कॉलेज के प्रोफेसर व दिनेश पुर गांव निवासी संजीत कुमार की पत्नी रेखा कुमारी से 3:30 लाख का कीमती मोबाइल झपट लिया
  • 19 अप्रैल की रात नगर थाना क्षेत्र के रिफाइनरी के प्रोडक्शन असिस्टेंट मैनेजर दयानंद पासवान के घर से पांच लाख की चोरी हुई
  • 10 मई को नगर थाना क्षेत्र के अमरदीप सिनेमा हॉल के सामने दिनदहाड़े आरसीएम कंपनी के एजेंट को गोली मारकर लूट लिया और फरार हो गए.

क्या बोले डीएसपी?
इस बाबत डीएसपी बताते है कि लूट, छिनतई और चोरी जैसे मामले हुए तो जरूर हैं लेकिन, इसमें लगभग सभी मामलों का अनुसंधान अब अंतिम दौर में है. कुछ मामलों में पुलिस को सफलता भी हाथ लगी है, शेष की जांच जारी है.

Intro:डे प्लान स्टोरी
एंकर- बेगूसराय जिले में अपराध का ग्राफ़ बड़ी तेजी से ऊपर जा रहा है ,जिसमें प्रमुख रूप से झपट्टा मार ,चोर व लूटेरा गिरोह लगातार पुलिस को बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं।
बीते 4 माह के दरमियान बदमाशों ने बेगूसराय की भोली भाली जनता से 2 करोड़ से ज्यादा की राशि की चोरी और लूट की वारदात को अंजाम दिया है।
दुखद पहलू यह है कि पुलिस इन तमाम मामलों का उद्भेदन नहीं कर पा रही है इससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
नोट ये दो करोड़ का आंकड़ा सिर्फ शहरी इलाके का है।


Body:vo- शहर में झपट मार, चोर और लुटेरे गिरोह पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं ।इस वर्ष बीते 4 माह में बदमाशों ने सूने पड़े 50 से अधिक मकानों के साथ ही एक सौ से ज्यादा बाइकर्स को निशाना बनाया है और उनसे लगभग दो करोड़ की संपत्ति उड़ा ले गए। पुलिस इस दौरान 5% मामलों का भी खुलासा नहीं कर पाई है वहीं 3 फ़ीसदी ही चोरी गए माल बरामद किया जाए सका है।

एफ आई आर के बाद मामले पर जाते हैं ठंडे ।

चोरी लूट छिनतई झपटवारी की खबर के बाद पुलिस की ओर से एफआईआर करने में पहले आनाकानी की जाती है, वरीय अधिकारियों से शिकायत करने के बाद प्राथमिकी दर्ज करने तक सब ठीक-ठाक रहता है ,लेकिन बाद में पुलिस अनुसंधान व पर्यवेक्षण मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती है।
मामले के खुलासे में पुलिस क्यों पड़ रही है कमजोर ।
मुखबिरी तंत्र के कामजोड होने और पुलिस के अन्य कामों में ब्यस्त रहने के कारण ऐसे कांडों के लिए पुलिस समय नही
नहीं निकाल पाती है ,इससे ऐसी घटनाओं के मामले में लोग मायूस हो जाते हैं।हालात ये है कि अब पुलिस की कार्यशैली के चलते लोगों का भरोसा घटता जा रहा है।
जो प्रमुख घटनाएं हुई उसमें प्रमुख हैं।
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13 जनवरी को नगर थाना क्षेत्र के कपसिया मोहल्ले में चोरों ने रिफाइनरी के सेवानिवृत्त क्वालिटी कंट्रोल ऑफिसर के घर सोने के जेवरात 1 किलो चांदी समेत 25 लाख की संपत्ति की चोरी की।
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16 जनवरी की रात नगर थाना क्षेत्र के विश्वास नगर मोहल्ले में सेवानिवृत्त अधिकारी दिनेश प्रसाद सिंह के घर से जेवरात समेत लाखों की चोरी ।
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13 मार्च को नगर थाना क्षेत्र में सुभाष चौक के समीप झपट मार गिरोह के सदस्यों ने दिनदहाड़े B.Ed कॉलेज के प्रोफेसर व दिनेश पुर गांव निवासी संजीत कुमार की पत्नी रेखा कुमारी से 3:30 लाख कीमती मोबाइल झपट लिया
19 अप्रैल की रात नगर थाना क्षेत्र के रिफाइनरी के प्रोडक्शन असिस्टेंट मैनेजर दयानंद पासवान के घर से पांच की चोरी हुई ।

10 मई को नगर थाना क्षेत्र के अमरदीप सिनेमा हॉल के सामने दिनदहाड़े आरसीएम कंपनी के एजेंट को गोली मारकर लूट लिया और फरार हो गए ।इस घटना के बाद खुद डीआइजी जिले में कैंप किए हुए रहे।
शहरी क्षेत्र में हर माह पचास लाख से अधिक पर बदमाश और अपराधिक तत्व हाथ साफ कर रहे हैं और पुलिस तमाशबिन बनी हुई है।
इस बाबत पुलिस के डीएसपी हेड क्वार्टर बताते है कि लूट,छिनतई और चोरी जैसे मामले हुए तो जरूर है लेकिन इसमें लगभग सभी मामले की अनुसंधान अब अंतिम दौर में है ,कुछ मामलों में पुलिस को सफलता भी हाथ लगी है शेष की जांच जारी है।
बाइट-कुंदन सिंह,dsp हेडक्वार्टर


Conclusion:बहरहाल इतना तय है कि अगर चार माह में दो करोड़ से ज्यादा की लूट चोरी आदि के मामले सिर्फ शहरी इलाकों में सामने आ चुके है तो आगे का अंदाजा आप बेहतर लगा सकते हैं।
Last Updated : May 21, 2019, 7:47 AM IST
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