ETV Bharat / state

बेगुसराय: ठंड के कारण लोग घर में हुए कैद, बदला गया स्कूल का समय - स्कूलों के समय में परिवर्तन

स्थानीय लोग प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण नाराज है. इस बाबत स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था नहीं की है. लोगों का कहना है कि वे आपस में चंदा जमा कर अलाव जला रहे हैं.

बेगुसराय
ठंढ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
author img

By

Published : Dec 21, 2019, 2:04 AM IST

बेगूसराय: जिले में विगत दिनों हुई बरसात के बाद ठंड का कहर बढ़ गया है. इस वजह से जिलावासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त है. कंपकंपाती ठंड ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है. मौसम की बेरुखी से लोग दिन में भी अपने घरों में दुबके रहे. सिर्फ जरूरी कामों के लिए शहरवासी अपने घरों से बाहर निकल रहें है. शहर में बढ़ रही ठंड से एक ओर जहां गर्म कपड़ों के बाजार में रौनक बढ़ गई है, वहीं मजदूरों की जीविका पर संकट मंडरा रहा है.

शहर में बढ़ी ठंड से एक ओर गर्म कपड़ों के दुकानदारों के चेहरे खिल उठे है. वहीं स्थानीय लोग प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण नाराज है. इस बाबत स्थानीय राजेंद्र सिंह बताते है कि जिला प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था नहीं की है. लोगों का कहना है कि वे आपस में चंदा जमा कर अलाव जला रहे हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

गर्म कपड़ों के बाजार में बढ़ी रौनक
एक ओर जहां पारा लुढ़कने के साथ ही ठंड से जिलावासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. वहीं, गर्म कपड़ों के बाजार में रौनक काफी बढ़ गई है. इस बाबत छात्रा श्वेता कुमारी बताती है कि ठंड चाहे कितनी भी हो पढ़ाई और अन्य जरूरी काम नहीं छोड़ सकती. कपड़ों के दुकानदार सहदेव सिंह बताते है कि ठंड बढ़ने की वजह से बाजार में गर्म कपड़ो की मांग बढ़ गई है. दुकान पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ गई है.

बेगुसराय
गर्म कपड़े की खरीददारी करते हुए लोग

'स्कूल के समय में किया गया परिवर्तन'
ठंड के प्रकोप को देखते हुए जिलाप्रशासन ने स्कूलों के समय में परिवर्तन का आदेश दिया है. इस मामले पर नगर आयुक्त अब्दुल हमीद का कहना है कि जिला प्रशासन मामले पर नजर बनाए हुए है. ठंड को देखते हुए. जल्द ही अलाव की व्यवस्था की जाएगी.

बेगूसराय: जिले में विगत दिनों हुई बरसात के बाद ठंड का कहर बढ़ गया है. इस वजह से जिलावासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त है. कंपकंपाती ठंड ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है. मौसम की बेरुखी से लोग दिन में भी अपने घरों में दुबके रहे. सिर्फ जरूरी कामों के लिए शहरवासी अपने घरों से बाहर निकल रहें है. शहर में बढ़ रही ठंड से एक ओर जहां गर्म कपड़ों के बाजार में रौनक बढ़ गई है, वहीं मजदूरों की जीविका पर संकट मंडरा रहा है.

शहर में बढ़ी ठंड से एक ओर गर्म कपड़ों के दुकानदारों के चेहरे खिल उठे है. वहीं स्थानीय लोग प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने के कारण नाराज है. इस बाबत स्थानीय राजेंद्र सिंह बताते है कि जिला प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था नहीं की है. लोगों का कहना है कि वे आपस में चंदा जमा कर अलाव जला रहे हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

गर्म कपड़ों के बाजार में बढ़ी रौनक
एक ओर जहां पारा लुढ़कने के साथ ही ठंड से जिलावासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. वहीं, गर्म कपड़ों के बाजार में रौनक काफी बढ़ गई है. इस बाबत छात्रा श्वेता कुमारी बताती है कि ठंड चाहे कितनी भी हो पढ़ाई और अन्य जरूरी काम नहीं छोड़ सकती. कपड़ों के दुकानदार सहदेव सिंह बताते है कि ठंड बढ़ने की वजह से बाजार में गर्म कपड़ो की मांग बढ़ गई है. दुकान पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ गई है.

बेगुसराय
गर्म कपड़े की खरीददारी करते हुए लोग

'स्कूल के समय में किया गया परिवर्तन'
ठंड के प्रकोप को देखते हुए जिलाप्रशासन ने स्कूलों के समय में परिवर्तन का आदेश दिया है. इस मामले पर नगर आयुक्त अब्दुल हमीद का कहना है कि जिला प्रशासन मामले पर नजर बनाए हुए है. ठंड को देखते हुए. जल्द ही अलाव की व्यवस्था की जाएगी.

Intro:एंकर- बीते दिनों हुई तेज बर्षात के बाद अचानक बेगूसराय जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है कप कपा देने वाली ठंड से यहां का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है ।ठंड बढ़ने की वजह से जहां ऊनी कपड़ों की खरीदारी बड़ी तादाद में हो रही है ,वहीं नगर निगम के लोग अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने से प्रशासन से नाराज हैं।जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर स्कूलों के समय मे परिवर्तन का आदेश दिया है।
एक रिपोर्ट


Body:vo- पारा लुढ़क ने के साथ ही कप कपाती ठंड से बेगूसराय जिले का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तेज ठंड होने के कारण लोग अपने घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं, वहीं अचानक आई ठंड से हर तबके के लोग परेशान हैं। खास करके नौकरी पेशा लोग और पढ़ाई करने वाले छोटे से लेकर बड़े छात्र-छात्राएं इससे ज्यादा प्रभावित हैं। ठंड से बचाव के लिए अचानक ऊनी कपड़ों की खरीदारी बढ़ गई है और ऊनी कपड़ों के हर दुकान पर बड़ी तादाद में लोग ठंड से बचाव के लिए कपड़े खरीदने में लगे हैं। इस बाबत कोचिंग पढ़ने जाने वाली छात्राएं और घरेलू महिलाएं बताती हैं कि ठंड चाहे कितनी भी हो पढ़ने जाना ही है और घर के काम निपटाने ही होंगे, वैसे मैं गर्म कपड़े नहीं होंगे तो ठंड की वजह से बीमार भी पड़ सकते हैं, जिस वजह से पर्याप्त मात्रा में ठंड से बचाव के लिए कपड़ा खरीदना मजबूरी हो गई है।
बाइट -श्वेता कुमारी,छात्रा,
बाइट-अनुराधा ,घरेलू महिला।
vo- कपड़ों के दुकानदार ठंड बढ़ने की वजह से काफी उत्साहित हैं उनकी मानें तो अचानक ठंड बढ़ने से उनके दुकान पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ गई है और लोग बड़ी मात्रा में अपनी आवश्यकतानुसार कपड़े खरीद रहे हैं।
बाइट -सहदेव सिंह, दुकानदार ।
vo- एक तरफ ठंड की वजह से लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है वही 3 दिन बीत जाने के बावजूद शहर में नगर निगम या जिला प्रशासन के स्तर पर अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने से लोग परेशान हैं। स्थानीय लोगों की माने तो वो आपस में चंदा कर जगह-जगह अलाव लगाए हुए हैं ,ताकि राहगीरों और दुकानदारों को कुछ राहत मिल सके। प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने से स्थानीय लोग काफी नाराज दिखे।
बाइट- राजेंद्र सिंह, स्थानीय ।
vo-वहीं इस बाबत नगर निगम के आयुक्त अब्दुल हमीद बताते हैं अभी तो मौसम ठीक ही था लेकिन अचानक तेजी से ठंड का प्रकोप बढ़ा है और हम रणनीति बनाने में लगे हैं कि कैसे जल्द से जल्द अलाव की व्यवस्था हो और लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने भी माना कि अभी अलाव की व्यवस्था नगर निगम के द्वारा शुरू नहीं हो पाई है ।
वाइट -अब्दुल हमीद ,नगर आयुक्त।
vo- ठंड के प्रकोप को देखते हुए जिलाप्रशासन ने स्कूलों के समय मे परिवर्तन का आदेश दिया है, जिससे स्कूली बच्चों को कुछ राहत मिल सके ,वहीं आम लोग अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने से काफी नाराज हैं।

पीटीसी- आशीष,संवाददाता


Conclusion:fvo- बहरहाल जो भी हो सिहरा देने वाले इस ठंड के मौसम में एक तरफ जहां लोग अपने घरों से निकलने से परहेज कर रहे हैं, वहीं नगर निगम और जिला प्रशासन के द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं किए जाने से प्रशासन के प्रति लोग नाराज भी दिख रहे हैं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.