बेगूसराय: शुक्रवार की रात मूर्ति विसर्जन के दौरान मुखिया हेमा मौर्य की हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक 200 एकड़ की जमीन और जलकर पर कब्जा को लेकर अपराधियों ने महिला मुखिया की सरेआम गोली मारकर हत्या की.
हत्या के बाद मुखिया हेमा मौर्य का शव उनके पैतृक गांव समसा पहुंचा. मुखिया के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग उनके घर पहुंचे. नावकोठी थाना क्षेत्र के समसा पंचायत की मुखिया हेमा मौर्य को शुक्रवार की रात अपराधियों ने उस समय सरेआम गोली मार दी जब वह मूर्ति विसर्जन के लिए लोगो के साथ बूढ़ी गंडक नदी की तरफ जा रही थी. डीएसपी कुंदन कुमार ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई है कि मौर्य के हत्या के पीछे बम बम महतो गिरोह का हाथ है.
बमबम महतो गैंग पर आरोप
पुलिस के मुताबिक नाव कोठी में रंजीत महतो और बम बम महतो गिरोह के बीच वर्चस्व की लड़ाई काफी समय से चल रही है. इसमें हत्याओं का दौर चल रहा है. हेमा मौर्या देवर रंजीत महतो के उपर बमबम महतो के पिता और भाई का हत्या का आरोप है. वहीं, वर्चस्व की लड़ाई में हेमा और उनके पति की हत्या का आरोप बम बम महतो पर लगा है.
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जमीन कब्जे में हत्याओं का दौर
बता दें कि शमशान इलाके में 200 एकड़ की जमीन और जलकर पर कभी रंजीत महतो का कब्जा था. लेकिन बाद के दिनों में उस जमीन पर बम बम महतो और उसके परिवार के लोगों का कब्जा है. इस को लेकर दोनों के बीच अदावत चल रही है. इसी सिलसिले में शुक्रवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान मुखिया की हत्या कर दी गई. इस घटना के दूसरे दिन भी लोगों में इस घटना को लेकर आक्रोश देखा गया. वहीं, हजारों की संख्या में लोग हेमा मौर्य के अंतिम दर्शन करने उनके घर पहुंचे. फिलहाल घात प्रतिघात की इन घटनाओं के बीच लोग काफी डरे सहमे हुए हैं.