बेगूसरायः जिले में बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया. बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से आयोजित इस राष्ट्रव्यापी धरना में वक्ताओं ने सीएए और एनपीआर कानून को वापस लेने की मांग की और इस कानून को काला कानून करार दिया.
1 अप्रैल को एनपीआर का होगा बायकॉट
बहुजन क्रांति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से सीएए , एनपीआर के विरोध में देश के 550 जिलो में धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान वक्ताओं ने बताया कि 4 मार्च विरोध का पहला चरण है, जबकि दूसरा चरण 11 मार्च और तीसरा चरण 18 मार्च को आयोजित होगा. इनका कहना है कि 26 मार्च को भारत बंद का आयोजन किया जाएगा. वहीं, 1 अप्रैल को एनपीआर बायकॉट का आयोजन किया गया है.
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विरोध कार्यक्रम में विभिन्न दलों का समर्थन
इस दौरान बहुजन क्रांति मोर्चा के नेताओं ने दावा किया है कि उनके इस विरोध कार्यक्रम में विभिन्न दलों के लोग उनका सहयोग कर रहे हैं. इसका विरोध तब तक किया जाएगा जब तक यह पूर्णरूप से खत्म नहीं हो जाएगा. बता दें कि केंद्र सरकार के जरिए लाए गए एनपीआर और सीएए कानून को लेकर बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. अब देखना ये है कि बहुजन क्रांति मोर्चा की ओर से आयोजित भारत बंद कितना सफल हो पाता है.