बांका: बिहार के बांका में युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई है. रजौन प्रखंड अंतर्गत लश्करी गांव निवासी दुर्योधन राम के 25 वर्षीय पुत्र श्रवन कुमार का गुरुवार को भागलपुर के मायागंज अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. घटना के संबंध में मृतक के पिता दुर्योधन राम ने बताया कि 14 नवंबर श्रवन नानी के घर गया था. वहां से खाना खाकर मेला देखने चला गया. वहां दो लड़कों से विवाद होने पर उन्होंने श्रवन के साथ मारपीट की.
युवक को बनाया बंधक: दोनों युवक ने श्रवन को पकड़ कर राजावर से कठरंग रोड में एक सामुदायिक भवन ले गए. जहां उसे बंधक बनाकर बेहरमी से उसकी पिटाई की गई. इसके बाद उसके वस्त्र खोलकर, हाथ-पैर को बांधकर बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गए. इसके बाद 15 नवंबर की सुबह एक महिला शौच करने के लिए जा रही थी. जिसे जख्मी श्रवन ने इशारा कर बुलाया. महिला ने स्थानीय लोगों को इसकी सूचना दी. युवक का हाथ-पांव को खोलकर लोगों ने उसके घर पहुंचा दिया.
पेट दर्द से परेशान था युवक: घर पहुंचकर युवक ने आपबीती सुनाई. इसके बाद पेट में अचानक दर्द उठने पर उसका ग्रामीण डॉक्टर से इलाज कराया गया. दो-तीन दिन बाद भी आराम नहीं होने पर उसे रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. चिकित्सा प्राधिकारी डॉक्टर ब्रजेश कुमार ने बताया कि "श्रवन कुमार नाम के एक युवक को अस्पताल लाया गया था. जिसका पेट फुला हुआ था और काफी दर्द हो रहा था. उसका पेट छूने पर और दर्द बढ़ने लगता था. इसके बाद यहां पर इलाज करने के बाद भागलपुर के मायागंज अस्पताल उसे रेफर कर दिया गया था."
युवक के पेट से निकला लकड़ी का टुकड़ा: वहीं परिजनों ने बताया कि मायागंज अस्पताल में पेट का ऑपरेशन करने के बाद करीब एक फीट की लकड़ी उसके पेट के अंदर से निकाली गई. ऑपरेशन के बाद इलाज चल ही रहा था की अचानक उसे मिर्गी का दौरा आया और मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि उसके पेट में लकड़ी कहां से आई इसका पता उन लोगों को भी नहीं चल पाया है. रजौन थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि "फर्द बयान आने के बाद मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल पुलिस मामले में छानबीन कर रही है."
"मेरे बेटे की मेले में दो लोगों से विवाद हो गया था. उन्होंने उसे बंधक बनाकर खूब पिटाई की और बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गए. बेटा घर आया तो उसे पेट में दर्द शुरू हो गया. बेटे ने भी इस दौरान नहीं बताया कि पेट के अंदर लकड़ी घुसाया गया है. हो सकता है कि बेहोशी के क्रम में उसके पेट के अंदर लकड़ी डाल दिया गया हो. डॉक्टर ने अभी पुष्टि नहीं की गई है कि लकड़ी कहां से आई."- युवक के परिजन
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