बांका: बांका के चांदन प्रखंड के आनन्दपुर ओपी अंतर्गत कुम्हारडीह गांव में ग्रामीणों ने दो नाबालिग प्रेमी जोड़े (Minor Lovers Louple) की मंदिर में जबरन शादी करा दी. यह सब तब हुआ जब 18 साल के प्रेमी ने अपनी नाबालिग प्रेमिका को भगा रहा था, तभी लड़की के चाचा ने देख लिया. इसके बाद पंचायत की मर्जी से दोनों की शादी करा दी गई.
इसे भी पढ़ें- 39 लाख लेकर आशिक के साथ फरार हुई 2 बच्चों की मां, माथा पीट रहा पति
घटना के संबंध में बताया जाता है कि कुम्हराडीह गांव का 18 साल का अजित कुमार गांव की ही एक लड़की से प्यार करता है. दोनों के बीच करीब तीन सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा है. प्यार को आगे बढ़ाते हुए लड़का अपनी प्रेमिका से शादी करना चाहता था. लड़की भी राजी थी, लेकिन उसके घरवाले शादी से इंकार कर रहे थे.
लड़की के परिजनों का कहना है कि लड़का बेरोजगार है. गांव में चरवाहा है. उसके हाथों में अपनी बेटी का हाथ नहीं दे सकते. यह सब अजित को ठीक नहीं लग रहा था. उसे लगने लगा कि उसकी प्रेमिका की शादी किसी दूसरे से न करा दिया जाए. बस क्या था उसके अपने दोस्तों के साथ मिलकर प्रेमिका को भगाकर शादी करने को सोचा.
इसके बाद शनिवार शाम को अजित अपने कुछ दोस्तों के साथ मोटर साइकिल से लड़की को लेने पहुंच गया. अजित के कहानुसार लड़की झटपट आकर मोटर साइकिल पर बैठ ही रही थी कि चाचा ने उसे देख लिया. लड़की के चाचा को देखते ही अन्य युवक तो मौके से भाग निकले लेकिन अजित पकड़ा गया.
फिर यह मामला पंचायत में पहुंचा, जहां रातभर विचार-विमर्श के बाद ग्रामीणों ने गांव के ही हनुमान मंदिर में दोनों की शादी करवा दी गई. लड़के की उम्र 18 साल बताई जा रही है, जबकि लड़की 15 साल की नाबालिग है. वहीं, इस संबंध में पूछे जाने पर आनंदपुर ओपी प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें इस प्रकार की किसी घटना की जानकारी नहीं मिली है.
बता दें कि बाल विवाह पर रोक हाेने के बाद भी कानून को ताक पर रखते हुए दो नाबालिगों की जबरन शादी बेहद संवेदनशील मामला है. फिलहाल यह शादी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.