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बांका में वज्रपात से दो की मौत, बच्चे सहित तीन झुलसे - बारिश

बांका जिले के बोसी प्रखंड में देर शाम लगातार दर्जनभर वज्रपात से एक महिला और एक पुरुष की मौत हो गई. जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती है.

अस्पताल में भर्ती वज्रपात से घायल महिला
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Published : Aug 17, 2019, 11:28 PM IST

बांका: जिले के बोसी प्रखंड में देर शाम हुई मुसलाधार बारिश के के दौरान वज्रपात से दो की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य झुलस गए. जिनका इलाज जारी है.

Child injured by hospitalized thunderclap
अस्पताल में भर्ती वज्रपात से घायल बच्चा

पहली घटना बांका जिले के पहाड़पुर गांव में हुई जहां का निवासी उमेश सिंह अपने खेत मे धान की रोपाई कर वापस लौट रहा था. रास्ते में जोरदार बारिश के बीच वज्रपात होने से उसकी मौत हो गई. वहीं दूसरी घटना झपनिया निवासी गोरी देवी भी अपने खेत मे धान रोप रही थी, अचानक बारिश के साथ वज्रपात होने से उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. ग्रामीणों के सहयोग से गोरी देवी को रेफरल अस्पताल बोसी लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

उसी झपनिया गांव निवासी 4 वर्षीय शिवम कुमार, 20 वर्षीय कुलों देवी तथा 35 वर्षीय विनीता देवी बुरी तरह झुलस गए. सभी तेज बारिश में खेत में काम कर रहे थे. तभी वज्रपात की चपेट में आने के कारण बेहोश हो गए. तीनों का इलाज अस्पताल में चल रहा है.

परिवार को मुआवजा तक नहीं मिलता
जिले में एक महीने के अंदर एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत वज्रपात से हो चुकी है. इस प्रकार की मौत के बाद कुछ देर के लिए स्थानीय प्रशासनीय पदाधिकारी घटना स्थल पर जाकर सिर्फ खानापूर्ति कर वापस लौट आते हैं. फिर उस परिवार को कोई मुआवजा तक नहीं मिलता है.

बांका: जिले के बोसी प्रखंड में देर शाम हुई मुसलाधार बारिश के के दौरान वज्रपात से दो की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य झुलस गए. जिनका इलाज जारी है.

Child injured by hospitalized thunderclap
अस्पताल में भर्ती वज्रपात से घायल बच्चा

पहली घटना बांका जिले के पहाड़पुर गांव में हुई जहां का निवासी उमेश सिंह अपने खेत मे धान की रोपाई कर वापस लौट रहा था. रास्ते में जोरदार बारिश के बीच वज्रपात होने से उसकी मौत हो गई. वहीं दूसरी घटना झपनिया निवासी गोरी देवी भी अपने खेत मे धान रोप रही थी, अचानक बारिश के साथ वज्रपात होने से उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई. ग्रामीणों के सहयोग से गोरी देवी को रेफरल अस्पताल बोसी लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

उसी झपनिया गांव निवासी 4 वर्षीय शिवम कुमार, 20 वर्षीय कुलों देवी तथा 35 वर्षीय विनीता देवी बुरी तरह झुलस गए. सभी तेज बारिश में खेत में काम कर रहे थे. तभी वज्रपात की चपेट में आने के कारण बेहोश हो गए. तीनों का इलाज अस्पताल में चल रहा है.

परिवार को मुआवजा तक नहीं मिलता
जिले में एक महीने के अंदर एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत वज्रपात से हो चुकी है. इस प्रकार की मौत के बाद कुछ देर के लिए स्थानीय प्रशासनीय पदाधिकारी घटना स्थल पर जाकर सिर्फ खानापूर्ति कर वापस लौट आते हैं. फिर उस परिवार को कोई मुआवजा तक नहीं मिलता है.

Intro:बांका जिले के बौसी प्रखंड में देर शाम लगातार दर्जनभर वज्रपात होने से एक महिला और एक पुरुष की मौत हो गई जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से जख्मी हालत में इलाज रत हैंBody:बांका जिला के बोसी प्रखंड क्षेत्र में देर शाम को हुई मुसलाधार बारिश के साथ लगातार हो रही बज्रपात से दो की मौत हो गयी जबकि तीन अन्य घायल हो गए। जिसका इलाज अस्पताल में किया जा रहा है।पहली घटना पहाड़पुर गांव में हुई जहां के निवासी उमेश सिंह 20 बर्ष अपने खेत मे धान की रोपाई कर वापस लौट रहा था।रास्ते मे जोरदार बारिश के बीच बज्रपात होने से उसकी मृत्यु रास्ते में ही हो गयी।जबकि झपनिया निवासी गोरी देवी 65 बर्ष भी अपने खेत मे धान रोप रही थी। अचानक बारिश के साथ बज्रपात होनी उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। जबकि उसी झपनिया गांव में निवासी 4 वर्षीय शिवम कुमार, 20 वर्षीय कुलों देवी तथा 35 वर्षीय विनीता देवी बुरी तरह जख्मी हो गयी। सभी तेज बारिश में खेत में काम करे थे। तभी बज्रपात की चपेट में आने के कारण बेहोश हो गया। ग्रामीणों के सहयोग से गोरी देवी को रेफरल अस्पताल को बौंसी लाया गया। जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जबकि शेष का इलाज किया जा रहा है।
Conclusion:बांका जिले में एक माह के अंदर एक दर्जन से अधिक लोगो की मौत बज्रपात से हो चुकी है। इस प्रकार की मौत के बाद कुछ देर के लिए स्थानीय प्रसाशनिक पदाधिकारी घटना स्थल पर जाकर सिर्फ खानापूर्ति कर वापस लौट आते है। फिर उस परिवार को कोई मुआवजा तक नही मिलता है।
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