बांका : कोरोना वायरस के रोकथाम को लेकर लागू लॉकडाउन से जिले में हालत अब बेहद खराब होती जा रही है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोग पेट की आग को शांत करने के लिए सरकार की ओर से विभिन्न योजना के तहत खातों में भेजी गई राशि की निकासी के लिए सुबह से ही बैंकों के बाहर भीड़ जुटनी शुरू हो जाती है. अमरपुर के डुमरावां स्थित यूको बैंक के बाहर लोग सुबह 5 बजे से ही सड़क पर चप्पल रखकर नंबर लगाना शुरू कर देते है. यह नजारा रोजाना देखने को मिल रहा है. बैंकों के बाहर लोगों की भीड़ इस कदर जुट रही है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा पाना टेढ़ी खीर साबित हो रही है. लोगों की यह भीड़ नोटबंदी के दौर की याद दिला रहा है.
निकासी के लिए 4 दिनों से लगा रहे हैं चक्कर
राशि निकासी के लिए यूको बैंक के बाहर कतार में खड़े युवक बमबम भट्टाचार्य ने बताया कि पिछले 4 दिनों से राशि निकासी के लिए चक्कर लगा रहे हैं. लोगों की भीड़ इतनी रहती है की बैंक के समीप तक नहीं पहुंच पाते हैं. सरकार ने खाते में राशन के लिए एक हजार रुपए भेजी है. घर की माली स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण राशि निकासी के लिए पिछले 4 दिनों से परेशान है. राशि निकालने के लिए सुबह 5 बजे से ही कतार में खड़े हैं.
बैंक के बाहर रोजाना जुटती है भीड़
स्थानीय मो. शमशेर अंसारी ने बताया कि लोग सुबह से ही बैंकों के बाहर चप्पल रखकर नंबर लगाते हैं. कड़ी धूप में लंबे समय तक खड़ा रह पाना मुश्किल है. इसलिए लोग चप्पल रख कर अपनी बारी का इंतजार करते हैं. राशि निकासी के लिए कई दिनों से चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन अब तक सफल नहीं हो पाए हैं. बैंक के बाहर रोजाना इसी तरह भीड़ जुटती है.
रोजाना 600 लोगों को दी जा रही है राशि
यूको बैंक डुमरावां के शाखा प्रबंधक पंकज वर्मा ने बताया कि इस बैंक में 30 हजार से अधिक खाताधारक है. सरकार द्वारा जन-धन, मनरेगा मजदूरी, गैस सब्सिडी, वृद्धा पेंशन सहित अन्य स्कीम की राशि लाभुकों के खाते में भेजी है. लोगों को राशि देने के लिए 4 कैश काउंटर बनाए गए हैं. रोजाना लगभग 600 लोगों को राशि दी जा रही है. इसके बावजूद लोगों की भीड़ कम नहीं हो रही है. सरकार के तमाम गाइडलाइन का पालन करने के बावजूद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है. पुलिस की मदद ली जा रही है और लगातार कोरोना संक्रमण से बचने के लिए माइकिंग कराई जा रही है. इसके बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं है.