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बांकाः यहां CM नीतीश की महत्वाकांक्षी योजना हुई फेल, नल में नहीं आता जल - बांका की खबर

प्रभारी मंत्री रामसेवक सिंह ने बताया कि अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द खामियों को दूर कर योजना को पूरा कराएं, ताकि लोगों के घरों में पानी पहुंचे.

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Published : Dec 18, 2019, 3:12 PM IST

बांकाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय के साथ-साथ ड्रीम प्रोजेक्ट में हर घर नल जल योजना शामिल है. जो धरातल पर उतरता नहीं दिख रहा है. संवेदकों पर योजना में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने के आरोप लगते रहे हैं. जिले में हर घर नल जल योजना पूरी तरह से फ्लॉप साबित हो रही है. ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए 2016 में नीतीश सरकार की तरफ से नल जल योजना की शुरुआत की गई थी लेकिन लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.

लोगों को नहीं मिल रहा योजना का लाभ
बांका प्रखंड के लीलावरण, गिद्दा पहाड़ी, गलगला, रातोठिया, ढोलिया, पीठम्भा, सासन, गौरीपुर, जनकपुर, कहुआ कुरम, मनाड्डा सहित दर्जनों गांवों में पेयजल की समस्या है. कहीं पानी की टंकी लगाकर छोड़ दिया गया है तो कहीं बोरिंग की समस्या है. कहीं पाइप ही नहीं बिछी है और कहीं पाइप बिछी भी है तो वहां पानी नहीं आता. जिससे ग्रामीणों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.

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टंकी है लेकिन पानी नहीं आता

'सिर्फ कागजों पर होता है काम'
ग्रामीणों ने कहा कि यहां सिर्फ कागजों पर काम होता है. हम लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है. पीने के पानी की बहुत समस्या है. कुए और चापाकल के पानी से लोग बिमार हो रहे हैं. लोगों ने बताया कि अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की लेकिन हमारा कोई सुनने वाला नहीं है.

पेश है रिपोर्ट

ठेकेदार है उदासिन
नल जल योजना के पंप संचालक बुधन यादव ने बताया कि महीनों से मोटर खड़ा पड़ा हुआ है. पाइप भी जगह-जगह टूटा गया है. ठेकेदार को इसके बारे में बताया है. लेकिन ठेकेदार ने तबीयत ठीक नहीं होने का बहाना बना लिया. पानी नहीं आने के कारण पंप संचालक को ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ता है.

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नल में नहीं आता जल

ये भी पढ़ेंः नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : झारखंड के बाबाधाम में पुजारी ने शुरू की मुहिम

'जल्द करें खामियों को दूर'
समाज कल्याण मंत्री सह बांका के प्रभारी मंत्री रामसेवक सिंह ने बताया कि डीएम को निर्देश दिया गया है कि जिले में चल रही योजनाओं का निरीक्षण करें और इसे ठीक तरीके से लागू करवाएं ताकि लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री होने के नाते अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द खामियों को दूर कर योजना को पूरा कराएं.

बांकाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय के साथ-साथ ड्रीम प्रोजेक्ट में हर घर नल जल योजना शामिल है. जो धरातल पर उतरता नहीं दिख रहा है. संवेदकों पर योजना में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने के आरोप लगते रहे हैं. जिले में हर घर नल जल योजना पूरी तरह से फ्लॉप साबित हो रही है. ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए 2016 में नीतीश सरकार की तरफ से नल जल योजना की शुरुआत की गई थी लेकिन लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.

लोगों को नहीं मिल रहा योजना का लाभ
बांका प्रखंड के लीलावरण, गिद्दा पहाड़ी, गलगला, रातोठिया, ढोलिया, पीठम्भा, सासन, गौरीपुर, जनकपुर, कहुआ कुरम, मनाड्डा सहित दर्जनों गांवों में पेयजल की समस्या है. कहीं पानी की टंकी लगाकर छोड़ दिया गया है तो कहीं बोरिंग की समस्या है. कहीं पाइप ही नहीं बिछी है और कहीं पाइप बिछी भी है तो वहां पानी नहीं आता. जिससे ग्रामीणों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.

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टंकी है लेकिन पानी नहीं आता

'सिर्फ कागजों पर होता है काम'
ग्रामीणों ने कहा कि यहां सिर्फ कागजों पर काम होता है. हम लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता है. पीने के पानी की बहुत समस्या है. कुए और चापाकल के पानी से लोग बिमार हो रहे हैं. लोगों ने बताया कि अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की लेकिन हमारा कोई सुनने वाला नहीं है.

पेश है रिपोर्ट

ठेकेदार है उदासिन
नल जल योजना के पंप संचालक बुधन यादव ने बताया कि महीनों से मोटर खड़ा पड़ा हुआ है. पाइप भी जगह-जगह टूटा गया है. ठेकेदार को इसके बारे में बताया है. लेकिन ठेकेदार ने तबीयत ठीक नहीं होने का बहाना बना लिया. पानी नहीं आने के कारण पंप संचालक को ग्रामीणों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ता है.

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नल में नहीं आता जल

ये भी पढ़ेंः नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : झारखंड के बाबाधाम में पुजारी ने शुरू की मुहिम

'जल्द करें खामियों को दूर'
समाज कल्याण मंत्री सह बांका के प्रभारी मंत्री रामसेवक सिंह ने बताया कि डीएम को निर्देश दिया गया है कि जिले में चल रही योजनाओं का निरीक्षण करें और इसे ठीक तरीके से लागू करवाएं ताकि लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री होने के नाते अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द खामियों को दूर कर योजना को पूरा कराएं.

Intro:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय में शामिल हर घर नल जल योजना धरातल पर उतरते नहीं दिख रहा है। जबकि यह योजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। कई स्थानों पर योजना संवेदक की मनमानी का शिकार हो गया है। छत्रपाल और डाड़ा पंचायत के एक दर्जन से अधिक गांव के नल जल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है जिससे ग्रामीण दूषित पानी पीने को है विवश।


Body:
- सदर प्रखंड बांका के छत्रपाल और डाड़ा पंचायत के दर्जनों गांव नल जल योजना फैल

- नल जल योजना के नाम पर संवेदक द्वारा महज की गई है खानापूर्ति

- हर घर नल जल योजना मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में है शामिल

- दूषित पानी पीकर बीमार पड़ रहे हैं ग्रामीण

- ग्रामीणों ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में कागजों पर होता है काम

- प्रभारी मंत्री ने डीएम को वास्तविक स्थिति का निरीक्षण कर खामियों को दूर करने का दिया निर्देश
- जल्द से जल्द खामियों को दूर कर आमजन तक पहुंचाएं नल का जल

बांका। जिले में हर घर नल जल योजना पूरी तरह से फ्लॉप साबित हो रहा है। सदर प्रखंड बांका के छत्रपाल और डाड़ा पंचायत के दर्जनों गांव में चल रहे योजनाओं में सिर्फ खानापूर्ति की गई है। दरअसल ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए नीतीश सरकार की तरफ से नल जल योजना की शुरुआत 2016 की गई थी। इसके बाद से शुद्ध पेयजल मुहैया कराने की कवायद शुरू की गई। लेकिन यह योजना समुचित तरीके से धरातल पर नहीं उतर सका है। योजना में बड़े पैमाने पर संवेदक के द्वारा अनियमितता बरते जाने की वजह से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है।

मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है योजना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय के साथ-साथ ड्रीम प्रोजेक्ट में हर घर नल जल योजना शामिल है। जो धरातल पर उतरते नहीं दिख रहा है। सदर प्रखंड बांका के छत्रपाल और डाड़ा पंचायत के दर्जनों गांव में चल रही योजनाओं में महज खानापूर्ति की गई है। लापरवाही के चलते लोगों को पीने के लिए शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है। सरकार का यह महत्वाकांक्षी योजना जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है।

सदर प्रखंड के दर्जनों गांव में पेयजल की गंभीर समस्या
बांका प्रखंड के दर्जनों गांव में पेयजल की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। बांका प्रखंड के लिए लीलावरण, गिद्दा पहाड़ी,गलगला, रातोठिया, ढोलिया, पीठम्भा, सासन,गौरीपुर, जनकपुर, कहुआ कुरम, मनाड्डा सहित दर्जनों गांव ऐसे हैं जहां पेयजल की समस्या है। कहीं पानी की टंकी लगाकर छोड़ दिया गया है तो कहीं बोरिंग की समस्या है। कहीं पाइप बिछाने की समस्या है तो कहीं लोगों के घरों तक पानी टंकी लगाकर पाइप तो बिछा दिया है, जिससे ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है।

कागजों पर ही हो जाता है काम
ग्रामीण प्रमोद यादव ने बताया कि नल जल योजना का काम कागजों पर ही हो जाता है। संवेदक द्वारा थोड़ा सा काम कर बोलता है काम पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में सिर्फ कागजों पर ही काम होता है। धरातल पर कुछ भी काम नहीं होता है। वहीं सुनील यादव ने बताया कि दो वर्ष पूर्व नल जल योजना की शुरुआत हुई और घरों तक पाइप बिछाकर नल भी लगाया गया। लेकिन एक दिन भी लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल सका। दूषित पानी पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं। ग्रामीणों के बीच गंभीर समस्या के जल को लेकर उत्पन्न हो गई है।

शिकायत पर नहीं किया गया अमल
ग्रामीणों ने बताया कि वार्ड सदस्य, मुखिया से लेकर अधिकारी तक को शिकायत करने के बाद अमल नहीं किया गया। गांव में एक चापाकल कल है वह भी महीनों से खराब पड़ा हुआ है। पिंकी देवी ने बताया कि पाइप बिछा दिया गया है, लेकिन पानी नहीं मिल पा रहा है। रामदेव यादव ने बताया कि पानी घर तक नहीं पहुंच पाता है। पंप संचालक के द्वारा नल को तोड़ दिया गया है। एक साल से अधिक का समय बीत गया, लेकिन अब तक शुद्ध पेयजल नहीं मिल सका है।

संवेदक नहीं दिखा रहे हैं दिलचस्पी
नल जल योजना का पंप संचालक बुधन यादव ने बताया कि महीनों से मोटर खड़ा पड़ा हुआ है। पाइप भी जगह-जगह टूटाहुआ है। ठेकेदार को 20 दिन पहले शिकायत की थी। तबीयत खराब का बहाना बना ठेकेदार पल्ला झाड़ ले रहे हैं। ठेकेदार से बात करने पर बनवाने की बात तो कहता है लेकिन बनाता नहीं है। जिससे ग्रामीणों का कोपभाजन का शिकार होना पड़ रहा है।


Conclusion:जल्द से जल्द खामियों को करें दूर
समाज कल्याण मंत्री सह बांका के प्रभारी मंत्री रामसेवक सिंह ने बताया कि पंचायत के वार्ड क्रियान्वयन समिति के द्वारा नल जल योजना का काम कराया गया है। डीएम को निर्देश दिया गया है कि जो योजना पूरा कर लिया गया है, उसका वास्तविक स्थिति का निरीक्षण कर खामियों को दूर करते हुए सुचारू रूप से योजना को चालू करवाएं। अधिकारी निरीक्षण नहीं करेंगे तो खामियों आएंगे। प्रभारी मंत्री होने के नाते डीएम को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द खामियों को दूर कर योजना को पूरा कराएं ताकि आमजनों को नल का जल प्राप्त हो सके।

बाईट- प्रमोद यादव, ग्रामीण, लीलावरण
बाईट- सुनील यादव, ग्रामीण, लीलावरण
बाईट- पिंकी देवी, ग्रामीण, ढोलिया
बाईट- रामदेव यादव, ग्रामीण, रतोठिया
बाईट- बुद्धन यादव, पंप संचालक, गिद्दा पहाड़ी
बाईट- रामसेवक सिंह, समाज कल्याण मंत्री सह प्रभारी मंत्री बांका
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