बांका: जिले के विभिन्न प्रखंडो में दूसरे प्रदेशों से फंसे लोगों का आना जारी है. सभी को अपने प्रखंडों में बने क्वारंटीन सेंटर में रखा जा रहा है. वहीं, यहां पर रहने वाले लोगों को सिर्फ कागजी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. यह सेंटर जेल से भी बदतर स्थिति में है. यहां तक की लोग अंधेरे में बिना भोजन, पानी, शौचालय और सनेटाइजर के सोशल डिस्टेंसिंग में किसी तरह जी रहे हैं.
क्वारंटीन सेंटर में व्यवस्था का घोर अभाव
बता दें कि जिले में प्रखंड स्तर पर बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में व्यवस्था का घोर अभाव है. यहां पर लोगों के रहने की न तो व्यवस्था है और न ही खाने की उचित व्यवस्था है. जिसकी वजह से कई केंद्रों पर रहने वाले लोग काफी आक्रोशित हैं. खासकर बेलहर, कटोरिया, रजौन क्वारंटीन सेंटर पर रहने वाले लोग काफी परेशानी महसूस कर रहे हैं. कई जगहों पर छोटे-छोटे बच्चे भी भूख से परेशान नजर आए. वहीं, महिलाएं और बच्चे को कुछ जगह पर घरों से भी भोजन मंगा कर खाना पड़ रहा है.
सिर्फ कागज पर चल रही व्यवस्था
कटोरिया के कई केंद्र में रहने वाले लोगों को घरों से भोजन दिया जा रहा है. सरकारी व्यवस्था सिर्फ कागज पर ही दौड़ रही है. वहीं, बुधवार को बेलहर के एक केंद्र पर एक सांप निकल जाने से अफरा-तफरी मच गई. काफी मशक्कत के बाद उस पर काबू पाया गया. सरकारी अधिकारी साफ तौर पर अपने आप को बचाने के लिए कहते हैं कि हर क्वारंटीन सेंटर पर हर तरह की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है. कुछ लोग बेवजह परेशान करने के लिए व्यवस्था नहीं होने की बात करते हैं.