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YAAS CYCLONE का बांका में दिख रहा असर, तेज हवा के साथ हो रही बारिश

यास तूफान का असर जिले में भी देखने को मिल रहा है. यहां पिछले तीन दिन से हवा के साथ बारिश हो रही है. वहीं मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार को रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी.

यास तूफान का असर
यास तूफान का असर
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Published : May 27, 2021, 5:14 PM IST

बांका: बंगाल की खाड़ी से उठे यास तूफान का असर बांका जिले में पिछले तीन दिनों से देखा जा रहा है. लगातार तीन दिन से तेज हवा के साथ बारिश भी हो रही है. गुरुवार को भी 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली और दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही है. पिछले तीन दिन में 70 एमएम से अधिक बारिश हो चुकी है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यास तूफान झारखंड के रास्ते बांका में प्रवेश किया. जिसके चलते रुक-रुक कर बारिश हो रही है.

इसे भी पढ़ें: बक्सर में तूफान 'यास' का प्रभाव, तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी शुरू, प्रशासन भी अलर्ट

70 एमएम से अधिक हुई बारिश
कृषि विज्ञान केंद्र बांका के मौसम वैज्ञानिक जुबली साहू ने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार को दिन भर मध्यम बारिश होती रहेगी. इसके साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और कहीं-कहीं वज्रपात की भी आशंका बनी हुई है. बंगाल की खाड़ी से निकले यास तूफान का असर जिले में लगातार दिख रहा है. यास तूफान झारखंड के रास्ते बांका जिला में प्रवेश करते ही तेज हवा के साथ बारिश प्रारंभ हो गया. तूफान के मद्देनजर लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई है. हालांकि बांका की सड़कों पर इसका असर भी दिख रहा है और लोग अपने घरों में ही कैद है. बारिश के चलते बाजार में भी काफी कम चहल-पहल पर देखी गई. यास तूफान की वजह से हुई बारिश किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है. खेतों में धान का बिचड़ा डालने के लिए किसान तैयारी करने में जुट जाएंगे.

ये भी पढ़ें: Cyclone Yaas update in Bihar: शेखपुरा में 'यास' तूफान को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट

तूफान से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने की व्यापक तैयारी
चक्रवाती तूफान यास को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है. जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तरीय अधिकारियों की टीम के माध्यम से जिले के तमाम नदियों में बनाए गए तटबंध से लेकर डैम तक का निरीक्षण किया गया है. जिससे मूसलाधार बारिश के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके. लोगों को नदी किनारे और डैम के आस-पास नहीं जाने की हिदायत दी जा रही है. किसी भी आपात स्थिति से निपटने को लेकर जिला मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. लोगों को अलर्ट रहने के लिए स्थानीय स्तर पर अधिकारी जानकारी भी मुहैया करा रहे हैं. जिस तरह से यास तूफान ने उड़ीसा और बंगाल में कहर बरपाया है, उस तरह का असर जिले में देखने को नहीं मिल रहा है.

बांका: बंगाल की खाड़ी से उठे यास तूफान का असर बांका जिले में पिछले तीन दिनों से देखा जा रहा है. लगातार तीन दिन से तेज हवा के साथ बारिश भी हो रही है. गुरुवार को भी 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली और दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही है. पिछले तीन दिन में 70 एमएम से अधिक बारिश हो चुकी है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक यास तूफान झारखंड के रास्ते बांका में प्रवेश किया. जिसके चलते रुक-रुक कर बारिश हो रही है.

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70 एमएम से अधिक हुई बारिश
कृषि विज्ञान केंद्र बांका के मौसम वैज्ञानिक जुबली साहू ने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार को दिन भर मध्यम बारिश होती रहेगी. इसके साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और कहीं-कहीं वज्रपात की भी आशंका बनी हुई है. बंगाल की खाड़ी से निकले यास तूफान का असर जिले में लगातार दिख रहा है. यास तूफान झारखंड के रास्ते बांका जिला में प्रवेश करते ही तेज हवा के साथ बारिश प्रारंभ हो गया. तूफान के मद्देनजर लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई है. हालांकि बांका की सड़कों पर इसका असर भी दिख रहा है और लोग अपने घरों में ही कैद है. बारिश के चलते बाजार में भी काफी कम चहल-पहल पर देखी गई. यास तूफान की वजह से हुई बारिश किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है. खेतों में धान का बिचड़ा डालने के लिए किसान तैयारी करने में जुट जाएंगे.

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तूफान से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने की व्यापक तैयारी
चक्रवाती तूफान यास को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है. जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तरीय अधिकारियों की टीम के माध्यम से जिले के तमाम नदियों में बनाए गए तटबंध से लेकर डैम तक का निरीक्षण किया गया है. जिससे मूसलाधार बारिश के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके. लोगों को नदी किनारे और डैम के आस-पास नहीं जाने की हिदायत दी जा रही है. किसी भी आपात स्थिति से निपटने को लेकर जिला मुख्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. लोगों को अलर्ट रहने के लिए स्थानीय स्तर पर अधिकारी जानकारी भी मुहैया करा रहे हैं. जिस तरह से यास तूफान ने उड़ीसा और बंगाल में कहर बरपाया है, उस तरह का असर जिले में देखने को नहीं मिल रहा है.

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