बांका: प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए बिहार सरकार लगातार प्रयास कर रही है. लेकिन, जमीनी स्तर पर सुचारू रूप से काम नहीं हो रहा है. कमजोर छात्रों को स्कूल खत्म होने के बाद एक्स्ट्रा क्लास देने के लिए विभाग ने आदेश दिया था. लेकिन, कई स्कूलों में अभी तक इसका संचालन नहीं हो सका है. जिससे कमजोर छात्रों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
ईटीवी भारत ने जब बांका के स्कूलों का जायजा लिया तो ऐसे कई स्कूल पाए गए. जिसमें अबतक इस सिस्टम को संचालित नहीं किया गया. सरकारी आदेश के बाद जिले के सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में यह व्यवस्था लागू होनी थी. जिनमें डीईओ कार्यालय के पास के राजकीय कन्या मध्य विद्यालय, मध्य विद्यालय विजयनगर, मध्य विद्यालय जगतपुर, प्राथमिक विद्यालय बाबूटोला आदि कई स्कूल शामिल हैं.
कमजोर बच्चों की लिस्ट
लगभग सभी स्कूलों में 100 से 350 बच्चे नामांकित हैं. सैजपुर में अधिकतम 68 और राजकीय कन्या मध्य विद्यालय में सबसे कम 23 कमजोर कैटेगरी के बच्चे हैं. लेकिन, सैजपुर स्कूल को छोड़कर किसी विद्यालय के बच्चों को एक्स्ट्रा क्लास की जानकारी नहीं थी.
छात्रों ने दी जानकारी
ईटीवी भारत ने जब छात्रा से बात की तो मालूम चला कि स्कूल में एक्स्ट्रा क्लास की व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं, अन्य छात्राओं से बातचीत में मालूम चला कि स्कूल में एक्स्ट्रा क्लास की व्यवस्था नहीं है.
प्रिंसिपल का क्या है कहना?
वहीं, जब प्रिंसिपल शिवानी कुमारी से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि स्कूल में वर्क लोड ज्यादा होने के कारण अभी एक्स्ट्रा क्लास की शुरुआत नहीं हुई है. प्रिंसिपल ने यह भी कहा कि बहुत जल्द ही कमजोर बच्चों के लिए स्कूल में एक्स्ट्रा क्लास चालू किया जाएगा.
'जल्द शुरू होगी क्लास'
वहीं, डीईओ भी शिक्षकों के बचाव में ही दिखे. डीईओ मो. अहसन ने कहा कि जिले के 2067 प्रारंभिक स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षा के बाद मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार होता है. इसके बाद बच्चों की ग्रेडिंग की जाती है. उन्होंने कहा कि हालांकि अभी एक्स्ट्रा क्लास का संचालन नहीं हो रहा है. लेकिन, दो-तीन दिनों में जिले के सभी स्कूलों में एक्स्ट्रा क्लास का संचालन शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया गया है.