बांका: बिहार राज्य कार्यपालक सहायक संघ के आह्वान पर आठ सूत्रीय मांगों के समर्थन में दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहा. जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक के कार्यालयों, आरटीपीएस काउंटरों पर तैनात कार्यपालक सहायक अपनी मांगों पर अडिग होकर आंदोलन कर रहे हैं. इनके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने की वजह से कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है.
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मांग पूरी होने तक आंदोलन रहेगा जारी
कार्यपालक सहायकों का कहना है कि पूर्व में बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी के तहत कार्यपालक सहायकों का ज्वाइन कराया गया था. अब सरकार उन्हें बेलट्रॉन के अधीन कर दिया गया है. सरकार का यह कदम बिल्कुल न्यायोचित नहीं है. कार्यपालक सहायकों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा।
कामकाज हो गया है ठप, लोग हलकान
बांका जिले के आरटीपीएस काउंटर से लेकर विभिन्न सरकारी कार्यालयों में ऑनलाइन काम प्रभावित हो गया है. दूसरे दिन भी जिले भर के आरटीपीएस काउंटर पूरी तरह से ठप रहे। इससे आम लोग जाति प्रमाण पत्र, आवासीय प्रमाण पत्र, ऑनलाइन दाखिल-खारिज के साथ-साथ अन्य ऑनलाइन कार्य नहीं करा पा रहे हैं. आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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ये हैं कार्यपालक सहायकों की 8 सूत्रीय मांगें
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे बांका जिले के कार्यपालक सहायकों की आठ सूत्रीय मांगों में बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी की 5 फरवरी 2021 को हुई बैठक के निर्णय को तत्काल प्रभाव से निरस्त करना प्रमुख है. इसके अलावा सभी कार्यमुक्त कार्यपालक सहायकों को उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसा पर तत्काल प्रभाव से अन्य विभागों में समायोजित करने, महिला कार्यपालक सहायकों को विशेष अवकाश की मान्यता प्रभावी करने, कार्यपालक सहायकों को देय 10 प्रतिशत वार्षिक मानदेय वृद्धि, 66 प्रतिशत अन्य भत्ता सहित व 5 वर्ष की सेवा के उपरांत देय ग्रेड दो का लाभ देने सहित अन्य मांगें शामिल हैं.