ETV Bharat / state

पहले सप्ताह में ही प्रशासन के दावों की खुल गई पोल, कुव्यवस्था के बावजूद कांवरियों में जोश

सावन की तैयारी का एक सप्ताह भी पूरा नहीं हुआ है और सभी जगह सरकारी व्यवस्था की पोल खुल गयी है. कांवरिया पथ का नजारा ऐसा है कि चिलचिलाती धूप में कांवरिया पथ पर डाला गया कंकड़ युक्त बालू पहली बारिश में ही रास्ते से बह चुका है.

author img

By

Published : Jul 24, 2019, 2:40 PM IST

बाबा की भक्ति से लबरेज हैं कांवरिया

बांका: सरकारी घोषणा के बावजूद कुव्यवस्था के बीच कांवरियों का जनसैलाब बाबाधाम की ओर अग्रसर है. कांवरियों को हर प्रकार की सुविधा देने की सरकारी और जिला प्रशासन की घोषणा के बावजूद बिना समुचित व्यवस्था के बाबा की भक्ति के लिए कांवरिया पथ पर भारी उमड़ रही है. सम्पूर्ण कांवरिया पथ पर पहली सोमवार और मंगलवार को केसरिया जनसैलाब बोल बम के जयकारे के साथ गंगाधाम से बाबा धाम तक लगातार बढ़ते जा रहे हैं.

सरकारी व्यवस्था की खुल गयी पोल

सावन की तैयारी का एक सप्ताह भी पूरा नहीं हुआ है और सभी जगह सरकारी व्यवस्था की पोल खुल गयी है. कांवरिया पथ का नजारा ऐसा है कि चिलचिलाती धूप में कांवरिया पथ पर डाला गया कंकड़ युक्त बालू में बालू पहली बारिश में ही रास्ते से बह चुका है. जिससे सिर्फ कंकड़ पथ पर रहने और तेज धूप में काफी गर्म हो जाने से चोटिल कांवरिया, कांवरिया पथ को छोड़ कर उसके बगल में नरम घास पर चलना पसंद कर रहे है.

banka, etv bharat
कांवरिया पथ का नजारा

पानी की समस्या भी है बरकरार

इसके कारण जख्म वाले पैर में कंकड़ लग जाने से कांवरिया की परेशानी काफी बढ़ जाती है. वही प्रखंड के अधिकतर कांवरिया पथ जो जंगली और सुनसान जगह है, वहाँ बिजली नहीं रहती है. वहीं सरकारी जेनरेटर डीजल के अभाव में चालू नहीं रहता है. कुछ जेनरेटर चालक अपने जेनरेटर का कनेक्शन आस पास के दुकानदारों को देकर पैसा कमा रहे है जिससे कांवरिया पथ पर उसका ध्यान नहीं है. इसी प्रकार पानी की समस्या भी बरकरार बनी हुई है. कई चापाकल आज भी रंगरोगन के बावजूद पानी नहीं दे रहा है. जिसमें मामूली सी बीमारी भी विभाग की लाचारी बनी हुई है. और इसी कारण दुम्मा सीमा पर इन्द्र बर्षा लगातार बन्द ही रहता है. जिससे कांवरिया उसका लाभ नहीं ले पाते है.

banka etv bharat
बाबा की भक्ति कांवरिया पथ पर भारी पड़ रही है

कंकड़ युक्त बालू से बढ़ रही परेशानी

वहीं चिकित्सा व्यवस्था हर साल से अच्छी दिख रही है. और हर केंद्र पर कांवरियों को सुविधा प्राप्त करते कभी भी देखा जा सकता है. ऐसा ही नजारा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी है, जो खुद जमीन पर सो कर कांवरियाों की सुरक्षा में तैनात है. इस सम्बंध में पटना के कांवरिया सुरेश बम, मधुबनी के राजुबम, दरभंगा के मुनीश बम, समस्तीपुर के राकेश बम ने बताया कि हर वर्ष की तुलना में इस वर्ष व्यवस्था में काफी कमी है. खास कर बिजली और कंकड़ युक्त बालू से परेशानी काफी बढ़ गयी है.

कंकड़ पथ पर चलने को मजबूर हैं भक्त

जल्द दुरुस्त की जाएगी व्यवस्था

इस सम्बंध में सीओ शंभु शरण राय और बीडीओ दुर्गाशंकर द्वारा दिनरात कांवरिया पथ पर हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. सीओ ने बताया कि सारी व्यवस्था जल्द ही दुरुस्त कर दी जाएगी. पूरा जिला प्रशासन कांवरियों की सारी सुविधा के लिए सारी तैयारी कर चुका है. और जिलाधिकारी स्वंय सभी पर नजर रख रहे हैं. जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा लगातार कांवरिया पथ की निगरानी कर सभी विभाग को हमेशा तैयार रहने का निर्देश दे रहे है. खास कर पानी बिजली और सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

बांका: सरकारी घोषणा के बावजूद कुव्यवस्था के बीच कांवरियों का जनसैलाब बाबाधाम की ओर अग्रसर है. कांवरियों को हर प्रकार की सुविधा देने की सरकारी और जिला प्रशासन की घोषणा के बावजूद बिना समुचित व्यवस्था के बाबा की भक्ति के लिए कांवरिया पथ पर भारी उमड़ रही है. सम्पूर्ण कांवरिया पथ पर पहली सोमवार और मंगलवार को केसरिया जनसैलाब बोल बम के जयकारे के साथ गंगाधाम से बाबा धाम तक लगातार बढ़ते जा रहे हैं.

सरकारी व्यवस्था की खुल गयी पोल

सावन की तैयारी का एक सप्ताह भी पूरा नहीं हुआ है और सभी जगह सरकारी व्यवस्था की पोल खुल गयी है. कांवरिया पथ का नजारा ऐसा है कि चिलचिलाती धूप में कांवरिया पथ पर डाला गया कंकड़ युक्त बालू में बालू पहली बारिश में ही रास्ते से बह चुका है. जिससे सिर्फ कंकड़ पथ पर रहने और तेज धूप में काफी गर्म हो जाने से चोटिल कांवरिया, कांवरिया पथ को छोड़ कर उसके बगल में नरम घास पर चलना पसंद कर रहे है.

banka, etv bharat
कांवरिया पथ का नजारा

पानी की समस्या भी है बरकरार

इसके कारण जख्म वाले पैर में कंकड़ लग जाने से कांवरिया की परेशानी काफी बढ़ जाती है. वही प्रखंड के अधिकतर कांवरिया पथ जो जंगली और सुनसान जगह है, वहाँ बिजली नहीं रहती है. वहीं सरकारी जेनरेटर डीजल के अभाव में चालू नहीं रहता है. कुछ जेनरेटर चालक अपने जेनरेटर का कनेक्शन आस पास के दुकानदारों को देकर पैसा कमा रहे है जिससे कांवरिया पथ पर उसका ध्यान नहीं है. इसी प्रकार पानी की समस्या भी बरकरार बनी हुई है. कई चापाकल आज भी रंगरोगन के बावजूद पानी नहीं दे रहा है. जिसमें मामूली सी बीमारी भी विभाग की लाचारी बनी हुई है. और इसी कारण दुम्मा सीमा पर इन्द्र बर्षा लगातार बन्द ही रहता है. जिससे कांवरिया उसका लाभ नहीं ले पाते है.

banka etv bharat
बाबा की भक्ति कांवरिया पथ पर भारी पड़ रही है

कंकड़ युक्त बालू से बढ़ रही परेशानी

वहीं चिकित्सा व्यवस्था हर साल से अच्छी दिख रही है. और हर केंद्र पर कांवरियों को सुविधा प्राप्त करते कभी भी देखा जा सकता है. ऐसा ही नजारा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी है, जो खुद जमीन पर सो कर कांवरियाों की सुरक्षा में तैनात है. इस सम्बंध में पटना के कांवरिया सुरेश बम, मधुबनी के राजुबम, दरभंगा के मुनीश बम, समस्तीपुर के राकेश बम ने बताया कि हर वर्ष की तुलना में इस वर्ष व्यवस्था में काफी कमी है. खास कर बिजली और कंकड़ युक्त बालू से परेशानी काफी बढ़ गयी है.

कंकड़ पथ पर चलने को मजबूर हैं भक्त

जल्द दुरुस्त की जाएगी व्यवस्था

इस सम्बंध में सीओ शंभु शरण राय और बीडीओ दुर्गाशंकर द्वारा दिनरात कांवरिया पथ पर हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. सीओ ने बताया कि सारी व्यवस्था जल्द ही दुरुस्त कर दी जाएगी. पूरा जिला प्रशासन कांवरियों की सारी सुविधा के लिए सारी तैयारी कर चुका है. और जिलाधिकारी स्वंय सभी पर नजर रख रहे हैं. जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा लगातार कांवरिया पथ की निगरानी कर सभी विभाग को हमेशा तैयार रहने का निर्देश दे रहे है. खास कर पानी बिजली और सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

Intro:सरकारी घोषणा के बाबजूद अव्यवस्था के बीच कांवरिया का जनसैलाब बाबाधाम की ओर अग्रसर।बोलबम का नारा है एक सहारा हैBody:कांवरिया को हर प्रकार की सुविधा देने की सरकारी और जिला प्रशासन की घोषणा के बाबजूद अव्यवस्था के बीच बाबा की भक्ति कांवरिया पथ पर भारी पड़ रहा है।सम्पूर्ण कांवरिया पथ पर पहली सोमवार औऱ मंगलवार को केशरिया जनसैलाब बोलबम के जयकारे के साथ गंगाधाम से बाबाधाम तक लगातार बढ़ते जा रहे है।सावन के तैयारी का एक सप्ताह भी पूरा नही हुआ है।और सभी जगह सरकारी व्यवस्था की पोल खुल गयी है। कांवरिया पथ का नजारा ऐसा है कि चिलचिलाती धूप में कांवरिया पथ पर डाला गया कंकड़ युक्त बालू में बालू तो पहली बारिश में ही रास्ते से बह चुका है।जिससे सिर्फ कंकड़ पथ पर रहने और तेज धूम में काफी गर्म हो जाने से चोटिल कांवरिया, कांवरिया पथ को छोड़ कर उसके बगल नरम घास पर चलेना पसंद करते है।इसका कारण जख्म वाले पैर में कंकड़ लग जाने से कांवरिया की परेशानी काफी बढ़ जाती है। वही प्रखंड के अधिकतर कांवरिया पथ जो जंगली और सुनसान जगह है। वहाँ बिजली नही रहती है।सरकारी जनरेटर डीजल के अभाव में चालू नही रहता है।कुछ जनरेटर चालक अपने जनरेटर का कनेक्सन आस पास के दुकानदारों को देकर पैसा कमा रहे है जिससे कांवरिया पथ पर उसका ध्यान नही है। इसी प्रकार पानी की समस्या भी बरकरार बनी हुई है।कई चापानल आज भी रंगरोगन के बाबजूद पानी नही दे रहा है । जिसमे मामूली सी बीमारी भी विभाग की लाचारी बनी हुई है।और इसी कारण दुम्मा सीमा पर इन्द्र बर्षा लगातार बन्द ही रहता है।जिससे कांवरिया उसका लाभ नही ले पाते है।जब कि चिकित्सा व्यवस्था हर साल से अच्छी दिख रही है।और हर केंद्र पर कांवरिया को सुविधा प्राप्त करते कभी भी देखा जा सकता है।ऐसा ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी है।जो खुद जमीन पर सो कर कांवरिया की सुरक्षा में तैनात है। इस सम्बंध में पटना के कांवरिया सुरेश बम,मधुबनी के राजुबम,दरभंगा के मुनीश बम,समस्तीपुर के राकेश बम ने बताया कि हर बर्ष की तुलना में इस बर्ष व्यवस्था में काफी कमी है। खास पर बिजली और कंकड़ युक्त बालू से परेशानी काफी बढ़ गयी है। इस सम्बंध में सीओ शंभु शरण राय और बीडीओ दुर्गाशंकर द्वारा दिनरात कांवरिया पथ पर हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। सीओ ने बताया कि सारी व्यवस्था जल्दी ही दुरुस्त कर दिया जाएगा।पूरा जिला प्रशासन कांवरिया को सारी सुविधा के लिए सारी तैयारी कर चुका है।और जिलाधिकारी स्वंय सभी पर नजर रख रहे है।Conclusion:जिलाधिकारी बांका कुंदन कुमार द्वारा लगातार कांवरिया पथ की निगरानी कर सभी विभाग को हर हमेशा तैयार रहने का निर्देश दे रहे है।खास पर पानी बिजली और सफाई पर बिशेष ध्यान दिया जा रहा है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.