बांका: बिहार में लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन हो गया है. जहां आज यानि सोमवार को पूजा के दूसरे दिन व्रतियों ने उगते सूरज को अर्घ्य देकर प्रार्थना की. ऐसा ही कुछ हाल बांका स्थित कई जगहों पर देखने को मिली. जहां छठ की छठा में सभी लोग लीन दिखें.
36 घंटे का उपवास संपन्न: दरअसल, सोमवार को उगते सूर्य के अर्घ्य देने के साथ ही चार दिनों तक चलने वाला छठ पर्व समाप्त हो गया. वहीं, व्रतियों के 36 घंटे का उपवास भी समाप्त हो गया. इस अवसर पर रविवार शाम और सोमवार अहले सुबह से ही बांका के अमरपुर, कटोरिया, बेलहर, बौसी सहित सभी प्रखंडों में छठ का पर्व सम्पन्न हो गया. जहां मुख्य रूप से चांदन प्रखंड मुख्यालय के कलुआ घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शक और व्रती सहित उसके परिवार के सदस्य उपस्थित हुए.
पुलिस-प्रशासन और वेलफेयर सोसाइटी रहे एक्टिव: वहीं, रविवार रात को कई तरह के संगीत कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. जबकि सुबह अर्घ्य देने के साथ ही वहां स्थापित किए गए सूर्य मंदिर में दर्शकों की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई. जिससे संभालने के लिए पुलिस प्रशासन और वेलफेयर सोसाइटी को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस अवसर पर चिकित्सा की टीम भी घाट पर उपस्थित थी. किसी प्रकार की होनी अनहोनी को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तेद रही.
कलुआ घाट पर मेले का आयोजन: बता दें कि कलुआ घाट पर प्रखंड के अलावे देवघर के भी कई श्रद्धालु छठ करने के लिए यहां आते हैं, जिसको लेकर समिति द्वारा सारी तैयारी कर ली गई थी. वहीं वेलफेयर सोसाइटी द्वारा दूध, अगरबत्ती पानी और मुफ्त चाय की व्यवस्था भी की गई थी. इसके अलावा कलुआ घाट पर शाम तक मेले का आयोजन किया गया. साथ ही देर रात तक मूर्ति विसर्जन के साथ इस मेले का भी समापन हो गया. इसके अलावे नावाडीह, गोंडा, गोविंदपुर, बेंहगा, सिलजोरी घाट पर भी उगते सूर्य को अर्ध देने के साथ इसका समापन हो गया. वहीं, बांका में चांदन नदी सहित अन्य घाटों पर भी विशाल पंडाल में भगवान भाष्कर की प्रतिमा लगाई गई थी, जिसके लिए कईं जगहों पर भव्य मेले का भी आयोजन किया गया.
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