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बांकाः घर पहुंचा BSF जवान का पार्थिव शरीर, अंतिम दर्शन को उमड़ा जन-सैलाब - bsf

छत्तीसगढ़ में पोस्टेड रतन मोहन सिंह की मौत दिमागी बुखार से हुई थी. जब जवान का शव उनके घर पहुंचा तो अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लग गई.

घर पहुंचा बीएसएफ जवान का शव
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Published : Nov 19, 2019, 5:18 PM IST

Updated : Nov 19, 2019, 11:45 PM IST

बांकाः रजौन बनगांव निवासी बीएसएफ जवान रतन मोहन सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास लाया गया. शव पहुंचते ही माहौल और गमगीन हो गया. जवान को अंतिम विदाई देने और श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा. वहीं, जवान की असमय मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

दिमागी बुखार से हुई थी जवान की मौत
बनगांव निवासी जवान रतन मोहन सिंह की मौत दिमागी बुखार (सेलेब्रल मलेरिया) से रविवार को हुई थी. वह इन दिनों छत्तीसगढ़ में तैनात था. मंगलवार को बीएसएफ जवान का शव पहुंचते ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया. पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लगी रही. इस बीच जिले के युवाओं ने जवान के सम्मान में 'जिंदाबाद' और 'जब तक सूरज चांद रहेगा, मोहन तेरा नाम रहेगा' के नारे लगाए.

यह भी पढ़े- कटिहार: घूसखोर इंजीनियर को विजिलेंस की टीम ने किया गिरफ्तार

भाई ने लगाया बीएसएफ पर लापरवाही का आरोप
मृतक जवान के भाई हेमंत सिंह ने बीएसएफ पर आरोप लगाया कि इलाज में लापरवाही के कारण उसके भाई की मौत हुई है. हेमंत सिंह ने कहा कि अगर भाई का समय पर इलाज कराया जाता तो उनकी जान बच सकती थी. लेकिन बीएसएफ ने ऐसा नहीं किया उसे मरने के लिए छोड़ दिया. उसने बताया कि उसके पिता अर्जुन सिंह से रविवार को दिन के 11 बजे भाई से बात हुई थी. फोन पर उन्होंने बताया था कि तबीयत खराब है, लेकिन कोई घबराने की बात नहीं है इलाज चल रहा है. उन्होंने बताया कि अचानक कुछ देर बाद भाई का मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा. शाम को सूचना मिली की रतन गंभीर रूप से बीमार हो गए है. उन्हें इमेरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है. फिर थोड़ी देर बाद ही रतन के अफसर इंचार्ज ने बताया कि रतन की मौत हो गई.

banka
जवान के अंतिम दर्शन को जुटी भीड़

शव लेकर पहुंचे बीएसएफ जवान को जमकर सुनाई खरी-खोटी
मृतक रतन सिंह का शव लेकर बनगांव पहुंचे बीएसएफ जवानों को मृतक के भाई हेमंत सिंह ने जमकर खरी खोटी सुनाई. हेमंत ने कहा कि मैंने फोन पर कहा था कि शव लेकर लगातार संपर्क में रहने के लिए, लेकिन भाई का शव लेकर चले बीएसएफ जवानों ने एक बार भी संपर्क नहीं साधा. यही नहीं चार बार फोन कर पता लगाने की कोशिश की गई लेकिन इनकी ओर से एक बार भी फोन रिसीव नहीं किया गया.

देखें पूरी रिपोर्ट

रामनारायण मंडल ने व्यक्त की संवेदना
बिहार के राजस्व और भूमि सुधार राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल मंगलवार को मृतक बीएसएफ जवान रतन सिंह के घर पर पहुंचे. उन्होंने जवान के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर शोक संवेदना व्यक्त की. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जो भी सहायता होगी उसे प्रदान किया जाएगा.

बांकाः रजौन बनगांव निवासी बीएसएफ जवान रतन मोहन सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास लाया गया. शव पहुंचते ही माहौल और गमगीन हो गया. जवान को अंतिम विदाई देने और श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा. वहीं, जवान की असमय मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

दिमागी बुखार से हुई थी जवान की मौत
बनगांव निवासी जवान रतन मोहन सिंह की मौत दिमागी बुखार (सेलेब्रल मलेरिया) से रविवार को हुई थी. वह इन दिनों छत्तीसगढ़ में तैनात था. मंगलवार को बीएसएफ जवान का शव पहुंचते ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया. पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लगी रही. इस बीच जिले के युवाओं ने जवान के सम्मान में 'जिंदाबाद' और 'जब तक सूरज चांद रहेगा, मोहन तेरा नाम रहेगा' के नारे लगाए.

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भाई ने लगाया बीएसएफ पर लापरवाही का आरोप
मृतक जवान के भाई हेमंत सिंह ने बीएसएफ पर आरोप लगाया कि इलाज में लापरवाही के कारण उसके भाई की मौत हुई है. हेमंत सिंह ने कहा कि अगर भाई का समय पर इलाज कराया जाता तो उनकी जान बच सकती थी. लेकिन बीएसएफ ने ऐसा नहीं किया उसे मरने के लिए छोड़ दिया. उसने बताया कि उसके पिता अर्जुन सिंह से रविवार को दिन के 11 बजे भाई से बात हुई थी. फोन पर उन्होंने बताया था कि तबीयत खराब है, लेकिन कोई घबराने की बात नहीं है इलाज चल रहा है. उन्होंने बताया कि अचानक कुछ देर बाद भाई का मोबाइल स्विच ऑफ आने लगा. शाम को सूचना मिली की रतन गंभीर रूप से बीमार हो गए है. उन्हें इमेरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है. फिर थोड़ी देर बाद ही रतन के अफसर इंचार्ज ने बताया कि रतन की मौत हो गई.

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जवान के अंतिम दर्शन को जुटी भीड़

शव लेकर पहुंचे बीएसएफ जवान को जमकर सुनाई खरी-खोटी
मृतक रतन सिंह का शव लेकर बनगांव पहुंचे बीएसएफ जवानों को मृतक के भाई हेमंत सिंह ने जमकर खरी खोटी सुनाई. हेमंत ने कहा कि मैंने फोन पर कहा था कि शव लेकर लगातार संपर्क में रहने के लिए, लेकिन भाई का शव लेकर चले बीएसएफ जवानों ने एक बार भी संपर्क नहीं साधा. यही नहीं चार बार फोन कर पता लगाने की कोशिश की गई लेकिन इनकी ओर से एक बार भी फोन रिसीव नहीं किया गया.

देखें पूरी रिपोर्ट

रामनारायण मंडल ने व्यक्त की संवेदना
बिहार के राजस्व और भूमि सुधार राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल मंगलवार को मृतक बीएसएफ जवान रतन सिंह के घर पर पहुंचे. उन्होंने जवान के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर शोक संवेदना व्यक्त की. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जो भी सहायता होगी उसे प्रदान किया जाएगा.

Intro:बांका जिले में एक बार फिर बीएसएफ के एक जबान की मौत पर उसको श्रद्धासुमन अर्पित करने उमर पड़ा जनसैलाब। आक्रोशित लोगों और परिवार के सदस्यों ने इलाज में लापरवाही का भी लगाया आरोप।Body:जिले के रजौन के बनगांव निवासी के बीएसएफ जवान रतन मोहन सिंह जो इन दिनों छत्तीसगढ़ में तैनात था। उसके ब्रेन मलेरिया से मौत की सूचना पर पूरे गांव सहित आसपास के गांव में भी मातम छा गया। उक्त सैनिक की लाश आने से पूर्व ही गांव में लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी। सैनिक वाहन से रतन मोहन सिंह की लाश गांव पहुँचते ही लोगो का हुजूम उसे देखने उमड़ पड़ा।राम मोहन जिंदाबाद जबतक सूरज चांद रहेगा मोहन तेरा नाम रहेगा। से आकाश गुंजयमान हो गया। शव को लेकर रायपुर छत्तीसगढ़ से उप निरीक्षक आशीष प्रसाद एवं कोलकाता से 13 अन्य बीएसएफ के जबान भी गांव पहुँचे। परिवार के कुछ सदस्यों ने सेना के बड़े अफसर पर इलाज में लापरवाही का भी आरोप लगा के साथ आये सेना के अधिकारियों पर अपना आक्रोश व्यक्त किया।Conclusion:बाँका के विधायक सह भूमि राजस्व सुधार मंत्री रामनारायण मंडल ने भी बनगांव जाकर सैनिक के परिवार से मुलाकात किया। परिवार के सदस्यो का रो रो कर बुरा हाल था।

बिजुअल बाईट फोटो
Last Updated : Nov 19, 2019, 11:45 PM IST
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