बांका: जिले को पटना से जोड़ने वाली मुख्य सड़क मार्ग पर रामपुर के पास बिलासी नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. पुल के टूटने से आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसकी वजह से स्थानीय व्यवसाई को भी नुकसान हो रहा है. मामले में स्थानीय लोगों ने संवेदक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
दरअसल, 3 करोड़ 11 लाख की लागत से पुल का निर्माण होना है. लेकिन पहले डायवर्सन बनाने के बजाय संवेदक ने पुल के बेसमेंट को ही खोदना शुरू कर दिया. जिससे समस्या उत्पन्न हुई है. जिला प्रशासन ने पुल पर दीवार खड़ी कर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. बावजूद वाहनों की आवाजाही जारी है.
संवेदक पर लापरवाही का आरोप
जिले के शंभूगंज-इंग्लिशमोड़ सड़क मार्ग पर अवस्थित यह पुल दो प्रखंडों के साथ-साथ असरगंज, तारापुर, सुल्तानगंज और पटना को भी जोड़ने का काम करती है. स्थानीय लोगों ने संवेदक पर ही लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. स्थानीय लोगों की मानें तो डायवर्सन बनाने के बजाय पुल के बेसमेंट को ही खोदना शुरू कर दिया, जिससे पुल क्षतिग्रस्त हो गया.
बाधित हुई बांका से पटना की राह
रामपुर के रहने वाले गौरव कुमार ने बताया कि यह पुल शंभूगंज और फुल्लीडुमर के साथ-साथ सुल्तानगंज को भी जोड़ती है. सुल्तानगंज से सीधे पटना जाया जा सकता है. पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद से स्थानीय व्यवसाई को नुकसान सहना पड़ रहा है. साथ ही बताया कि संवेदक की ओर से ठीक से काम नहीं किया गया.
सरपंच ने भी जताया आक्रोश
स्थानीय सरपंच राकेश शर्मा ने बताया कि संवेदक को पहले डायवर्सन बनाया जाना चाहिए था. उसके बाद पुल बनाने की दिशा में काम शुरू करना चाहिए था. लेकिन संवेदक ने ऐसा किया नहीं, जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. स्थानीय व्यवसाई कुंदन कुमार चौधरी ने बताया कि पुल क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद भारी समस्या उत्पन्न हो रही है. लॉकडाउन के कारण व्यवसाय पूरी तरह से मंदा चल रहा है. अब क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद से घर के दरवाजे पर गाड़ी खड़ी है. कुछ उपाय नहीं दिख रहा है.