बांका(बौसी): भारतीय संस्कृति की पृष्ठभूमि से जुड़ा मंदार समुद्र मंथन का गवाह रहा है. इसे विकसित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अहम कदम उठाए हैं. वहीं, बाबा बैजनाथ धाम से पूजा अर्चना कर लौट रहे उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सोमवार को मंदार भ्रमण के दौरान उक्त बातें कहीं.
मंदार का होगा विकास
उपमुख्यंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि "इसके विकास से क्षेत्र और जिला ही नहीं बल्कि राज्य का भी विकास होगा. इसके लिए यहां सौंदर्यीकरण और विकास के कार्य किए जा रहे हैं.
इस कार्य के पूरा होते ही यहां देश-विदेश के सैलानी पर्यटन के लिए आने लगेंगे. इससे क्षेत्र का आर्थिक विकास होने के साथ ही यहां के लोगों के लिए रोजगार के द्वार भी खुलेंगे."
ऐतिहासिक धार्मिक स्थल मंदार का लिया जायजा
इससे पहले उन्होंने मंदार के पौराणिक ऐतिहासिक धार्मिक स्थल मंदार का भ्रमण कर यहां के विकास कार्यों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि इसे और अधिक विकसित करने का प्रयास जारी है. मंदार के विकास के साथ ही जिले के विकास को भी नया आयाम दिया जाएगा. इसके लिए भी रणनिति तैयार की जा रही है.
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उन्होंने मंदार भ्रमण के दौरान जिले के विकास के संकेत दिए है. इस दौरान वे मंदार नगरी के सुप्रसिद्ध लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा अर्चना की. इसके साथ ही वह मंदार भ्रमण के दौरान समुद्र मंथन में मथानी के रूप में इस्तेमाल किए गए शेषनाग के चिह्नों को भी देखा.
मनोरम वादियों को देखकर हुए रोमांचित
इसके बाद वे कामधेनु मंदिर में कपिल गाय की प्रतिमा का दर्शन करते हुए कहा कि यह विश्व का पहला कामधेनु मंदिर जो मंदार की पावन धरती पर स्थित है. वही यहां के प्राकृतिक भौगोलिक और मनोरम वादियों को देखकर काफी रोमांचित हुए.
उन्होंने कहा कि यह मंदार नगरी लोगों को पौराणिक व ऐतिहासिक धरोहरों के साथ ही धर्म और अध्यात्म से भी जोड़ता है.
वहीं, ग्रामीण कार्य विकास मंत्री जयंत राज कुशवाहा के पिता जनार्दन मांझी ने कहा कि यहां भूमि उपलब्ध होने पर मंदार नगरी में सम्राट अशोक भवन का भी निर्माण कराया जाएगा.