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10वें दिग्विजय मंदार मैराथन का आयोजन, उत्तर प्रदेश के धावकों का रहा बोलबाला

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Published : Jan 18, 2020, 8:51 PM IST

दिग्विजय मंदार मैराथन पुरुष और महिला कैटेगरी में आयोजित होता है. धावकों को मंदार पर्वत की परिक्रमा करनी होती है. इसकी दूरी लगभग 6.5 किलोमीटर है. पुरुष धावकों को दो बार और महिला धावकों को मंदार पर्वत की एक बार परिक्रमा करनी होती है.

digvijay mandar marathon
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बांका: जिले के बौंसी में 10वें दिग्विजय मंदार मैराथन का आयोजन किया गया. हर साल पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. दिग्विजय सिंह के सम्मान में मंदार मैराथन आयोजित होता है. इस साल मैराथन में यूपी के धावकों का बोलबाला रहा. पुरुष वर्ग में यूपी के बनारस से आए सुनील कुमार यादव और महिला वर्ग में इलाहाबाद से आई ज्योति सिंह ने इस मैराथन में पहला स्थान हासिल किया. इस मैराथन में पुरुष प्रतिभागियों को दो और महिला प्रतिभागियों को एक बार मंदार पर्वत की परिक्रमा करनी होती है.

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सम्मानित धावक

कई राज्यों के 400 से अधिक धावक हुए इस मैराथन में शामिल
दरअसल पूर्व केंद्रीय मंत्री सह बांका सांसद स्व. दिग्विजय सिंह की याद में लगातार पिछले 10 सालों से मंदार मैराथन का आयोजन होता रहा है. बार्बी मंदार महोत्सव के खत्म होने के बाद शनिवार को मंदार पर्वत की तलहटी में दिग्विजय मंदार मैराथन का आयोजन किया गया. बिहार सहित झारखंड, यूपी, बंगाल और अन्य राज्यों के 400 से अधिक धावक इसमें शामिल हुए. इस बार के दिग्विजय मंदार मैराथन में यूपी के धावकों का बोलबाला रहा. महिला वर्ग में इलाहाबाद की ज्योति सिंह और पुरुष वर्ग में बनारस के सुनील कुमार यादव ने जीत का परचम लहराया. दोनों को मेडल के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी और 15-15 हजार नगद पुरस्कार दिया गया. इस बार मंदार मैराथन की शुरुआत पौधरोपण के साथ की गई.

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मंदार मैराथन की शुरुआत पौधरोपण के साथ

स्वर्गीय दिग्विजय सिंह के भाई त्रिपुरारी सिंह ने किया आयोजन
दिग्विजय मंदार मैराथन का संचालन स्व. दिग्विजय सिंह की पत्नी व पूर्व बांका सांसद पुतुल कुमारी की देखरेख में आयोजित होता है. हालांकि इस बार पुतुल कुमारी की तबीयत ठीक नहीं रहने की वजह से स्वर्गीय दिग्विजय सिंह के भाई त्रिपुरारी सिंह के नेतृत्व में मैराथन का आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ताओं ने सहयोग दिया. साथ ही जिला प्रशासन ने भी इस मैराथन को सफल बनाने में अहम योगदान दिया.

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दिग्विजय मंदार मैराथन में विजयी धावकों को पुरस्कार

दो कैटेगरी में आयोजित होता है मंदार मैराथन
दिग्विजय मंदार मैराथन पुरुष और महिला कैटेगरी में आयोजित होता है. धावकों को मंदार पर्वत का परिक्रमा करनी होती है. इसकी दूरी लगभग 6.5 किलोमीटर है. पुरुष धावकों को दो बार और महिला धावकों को मंदार पर्वत की एक बार परिक्रमा करनी होती है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'मंदार मैराथन कराने के पीछे नहीं है कोई राजनीतिक कारण'
पूर्व केंद्रीय मंत्री सह बांका सांसद स्वर्गीय दिग्विजय सिंह के भाई त्रिपुरारी सिंह ने बताया कि इस आयोजन के पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है. इसका मुख्य मकसद समाज को आगे बढ़ाना और युवाओं को खेल में लाना ही है. हर साल दिग्विजय मंदार मैराथन बांका के युवाओं की ओर से आयोजित होता है.

बांका: जिले के बौंसी में 10वें दिग्विजय मंदार मैराथन का आयोजन किया गया. हर साल पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. दिग्विजय सिंह के सम्मान में मंदार मैराथन आयोजित होता है. इस साल मैराथन में यूपी के धावकों का बोलबाला रहा. पुरुष वर्ग में यूपी के बनारस से आए सुनील कुमार यादव और महिला वर्ग में इलाहाबाद से आई ज्योति सिंह ने इस मैराथन में पहला स्थान हासिल किया. इस मैराथन में पुरुष प्रतिभागियों को दो और महिला प्रतिभागियों को एक बार मंदार पर्वत की परिक्रमा करनी होती है.

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सम्मानित धावक

कई राज्यों के 400 से अधिक धावक हुए इस मैराथन में शामिल
दरअसल पूर्व केंद्रीय मंत्री सह बांका सांसद स्व. दिग्विजय सिंह की याद में लगातार पिछले 10 सालों से मंदार मैराथन का आयोजन होता रहा है. बार्बी मंदार महोत्सव के खत्म होने के बाद शनिवार को मंदार पर्वत की तलहटी में दिग्विजय मंदार मैराथन का आयोजन किया गया. बिहार सहित झारखंड, यूपी, बंगाल और अन्य राज्यों के 400 से अधिक धावक इसमें शामिल हुए. इस बार के दिग्विजय मंदार मैराथन में यूपी के धावकों का बोलबाला रहा. महिला वर्ग में इलाहाबाद की ज्योति सिंह और पुरुष वर्ग में बनारस के सुनील कुमार यादव ने जीत का परचम लहराया. दोनों को मेडल के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी और 15-15 हजार नगद पुरस्कार दिया गया. इस बार मंदार मैराथन की शुरुआत पौधरोपण के साथ की गई.

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मंदार मैराथन की शुरुआत पौधरोपण के साथ

स्वर्गीय दिग्विजय सिंह के भाई त्रिपुरारी सिंह ने किया आयोजन
दिग्विजय मंदार मैराथन का संचालन स्व. दिग्विजय सिंह की पत्नी व पूर्व बांका सांसद पुतुल कुमारी की देखरेख में आयोजित होता है. हालांकि इस बार पुतुल कुमारी की तबीयत ठीक नहीं रहने की वजह से स्वर्गीय दिग्विजय सिंह के भाई त्रिपुरारी सिंह के नेतृत्व में मैराथन का आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ताओं ने सहयोग दिया. साथ ही जिला प्रशासन ने भी इस मैराथन को सफल बनाने में अहम योगदान दिया.

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दिग्विजय मंदार मैराथन में विजयी धावकों को पुरस्कार

दो कैटेगरी में आयोजित होता है मंदार मैराथन
दिग्विजय मंदार मैराथन पुरुष और महिला कैटेगरी में आयोजित होता है. धावकों को मंदार पर्वत का परिक्रमा करनी होती है. इसकी दूरी लगभग 6.5 किलोमीटर है. पुरुष धावकों को दो बार और महिला धावकों को मंदार पर्वत की एक बार परिक्रमा करनी होती है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'मंदार मैराथन कराने के पीछे नहीं है कोई राजनीतिक कारण'
पूर्व केंद्रीय मंत्री सह बांका सांसद स्वर्गीय दिग्विजय सिंह के भाई त्रिपुरारी सिंह ने बताया कि इस आयोजन के पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है. इसका मुख्य मकसद समाज को आगे बढ़ाना और युवाओं को खेल में लाना ही है. हर साल दिग्विजय मंदार मैराथन बांका के युवाओं की ओर से आयोजित होता है.

Intro:दिग्विजय मंदार मैराथन में बिहार यूपी बंगाल झारखंड सहित अन्य राज्यों के धावक प्रत्येक वर्ष शामिल होते हैं। दसवीं दिग्विजय मंदार मैराथन में यूपी के धावकों का बोलबाला रहा। पुरुष वर्ग में यूपी के बनारस से आए सुनील कुमार यादव महिला वर्ग में इलाहाबाद से आई ज्योति सिंह ने दिग्विजय मंदार मैराथन में प्रथम स्थान प्राप्त किया।


Body:- 10 वीं दिग्विजय मंदार मैराथन का बांका के बौंसी में हुआ आयोजन

- पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. दिग्विजय सिंह के सम्मान में आयोजित होता है मंदार मैराथन

- बांका के युवाओं के द्वारा कराया जाता है दिग्विजय मंदार मैराथन

- दसवीं मंदार मैराथन में यूपी के धावकों का रहा दबदबा

- पुरुष और महिला दोनों वर्ग में यूपी के धावकों ने लहराया परचम

- पुरुष को दो और महिला को एक बार करना होता है मंदार पर्वत का परिक्रमा


बांका। पूर्व केंद्रीय मंत्री सह बांका सांसद स्व. दिग्विजय सिंह की याद में लगातार पिछले 10 सालों से मंदार मैराथन का आयोजन होता रहा है। बार्बी मंदार महोत्सव के समापन के उपरांत शनिवार को मंदार पर्वत की तलहटी में दिग्विजय मंदार मैराथन का आयोजन किया गया। बिहार सहित झारखंड, यूपी, बंगाल और अन्य राज्यों के 400 से अधिक धावक शामिल शामिल हुए। इस बार के दिग्विजय मंदार मैराथन में यूपी के धावकों का बोलबाला रहा। महिला वर्ग में इलाहाबाद की ज्योति सिंह और पुरुष वर्ग में बनारस के सुनील कुमार यादव ने जीत का परचम लहराया। दोनों को मेडल के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी और 15-15 हजार नगद पुरस्कार अतिथियों के द्वारा प्रदान किया गया। इस बार मंदार मैराथन की शुरुआत पौधरोपण के उपरांत की गई।

पूर्व सांसद के देखरेख में होता है मंदार मैराथन
पूर्व केंद्रीय मंत्री सह बांका सांसद स्व. दिग्विजय सिंह के सम्मान में प्रत्येक वर्ष बांका के मंदार में दिग्विजय मंदार मैराथन का आयोजन होता है। दिग्विजय मंदार मैराथन का संचालन स्व. दिग्विजय सिंह की पत्नी व पूर्व बांका सांसद पुतुल कुमारी के देखरेख में आयोजित होता है। हालांकि पूर्व सांसद पुतुल कुमारी की तबीयत ठीक नहीं रहने की वजह से स्वर्गीय दिग्विजय सिंह के भाई त्रिपुरारी सिंह के नेतृत्व में इस बार दिग्विजय मंदार मैराथन का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में स्थानीय कार्यकर्ताओं ने सहयोग दिया। साथ ही जिला प्रशासन का भी दिग्विजय मंदार मैराथन को सफल बनाने में महती योगदान दिया।

दो कैटेगरी में आयोजित होता है मंदार मैराथन
दिग्विजय मंदार मैराथन पुरुष और महिला कैटेगरी में आयोजित होता है। धावकों को मंदार पर्वत का परिक्रमा करना होता है। जिसकी दूरी लगभग 6.5 किलोमीटर है। पुरुष धावकों को दो बार और महिला धावकों को मंदार पर्वत का एक बार परिक्रमा करना होता है। दिग्विजय मंदार मैराथन में भाग लेने के लिए बांका सहित बिहार के अन्य जिलों के साथ-साथ झारखंड बंगाल यूपी सहित अन्य राज्यों के प्रतिभागी प्रत्येक वर्ष हिस्सा लेते हैं।

दोनों केटेगरी में यूपी के धावकों का रहा दबदबा
इस बार के दिग्विजय मंदार मैराथन में यूपी के धावकों का किताब द्वारा महिला और पुरुष वर्ग दोनों में यूपी के धावकों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। महिला वर्ग में इलाहाबाद की ज्योति सिंह प्रथम, भागलपुर की मुस्कान सिंह द्वितीय एवं बलिया की संध्या यादव तृतीय स्थान पर रही। वहीं पुरुष वर्ग में बनारस के सुनील कुमार यादव, प्रथम नाथनगर भागलपुर के रमन राय, द्वितीय एवं झारखंड पाकुड़ के टोनाय मुर्मू तृतीय स्थान पर है।

प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
दिग्विजय मंदार मैराथन में महिला व पुरुष वर्ग के कैटेगरी में प्रथम आने वाले धावकों को 15-15 हजार, द्वितीय स्थान पर रहने वालों को 10-10 हजार एवं तृतीय स्थान पर रहने वालों को 5-5 हजार नगद राशि के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र, मैडम व ट्रॉफी देकर मुख्य अतिथि दिग्विजय सिंह के भाई त्रिपुरारी सिंह एवं अंग किसान मोर्चा के संयोजक कौशल किशोर सिंह सहित अन्य ने प्रदान किया। इसके अलावा 50 से अधिक धावकों को सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किया गया।




Conclusion:मंदार मैराथन कराने के पीछे नहीं है कोई राजनीतिक कारण
पूर्व केंद्रीय मंत्री सह बांका सांसद स्वर्गीय दिग्विजय सिंह के भाई त्रिपुरारी सिंह ने बताया कि
इस आयोजन के पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है। इसका मुख्य मकसद समाज को आगे बढ़ाने और युवाओं को खेल में लाने का है। प्रत्येक वर्ष दिग्विजय मंदार मैराथन बांका के युवाओं के द्वारा कराया जाता है।

बाईट- त्रिपुरारी सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह के भाई
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