अरवल: कोरोना के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए प्रधानमंत्री ने 21 दिन का लॉक डाउन घोषित किया है. जिले में इसका व्यापक असर दिख रहा है. जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैदी के साथ लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए मेहनत कर रही है. वहीं जिले में बाहर के लोगों का आना-जाना प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गया है. डीएम रवि शंकर चौधरी की ओर से जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है. लेकिन बाहर से आने वाले लोगों के लिए समस्या उत्पन्न नहीं हो, उसके लिए टीम गठित कर दी गई है.
राहत केंद्र में भोजन की व्यवस्था
मंगलवार को अरवल-औरंगाबाद की सीमा पर अरवल एसडीएम किरण सिंह के द्वारा बनारस से बेगूसराय जा रहे है कुछ मजदूर तबके के लोगों को टेकओवर किया गया. जिला प्रशासन ऐसे लोगों को राहत केंद्र पहुंचा रही है. जहां सबकी जांच कराई जा रही है. राहत केंद्र में स्वास्थ्य जांच के साथ-साथ जिला प्रशासन ने भोजन पानी की भी व्यवस्था की है.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा जा रहा ध्यान
अरवल एसडीएम किरण सिंह ने बताया कि मजदूरों को जांच के बाद भोजन कराया जा रहा है. साथ ही जिला प्रशासन की ओऱ से वाहनों की व्यवस्था कर जिले की सीमा पर उन्हें छोड़ा जा रहा है. जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरी तरह से ख्याल रखा जा रहा है.
21 दिन के लॉक डाउन को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं. लेकिन सबसे बड़ी समस्या बाहर के लोगों का आगमन है. जिसे लेकर टीम गठित कर उनके स्वास्थ्य की जांच कराई जा रही है. बाहर के लोगों को कोई समस्या ना हो, इसके लिए टीम गठित कर उन्हें सुविधा मुहैया करा रही है.