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अरवल: अविश्वास प्रस्ताव में अध्यक्ष ने मारी बाजी, बचाई अपनी कुर्सी - अविश्वास प्रस्ताव

जिला परिषद अध्यक्ष किरण देवी के विरुद्ध चार पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया था, जिसे लेकर मंगलवार को मत विभाजन की प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी. लेकिन इस दौरान 9 पार्षदों वाले सदन में मत विभाजन के दौरान विपक्षी खेमे के चार पार्षद बिना मत दिए ही वॉकआउट कर गए, जिसके चलते अध्यक्ष की कुर्सी सुरक्षित रह गयी है.

Arwal
अविश्वास प्रस्ताव में अध्यक्ष ने मारी बाजी
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Published : Aug 18, 2020, 4:58 PM IST

अरवल: जिला परिषद अध्यक्ष किरण देवी की कुर्सी मंगलवार को मत विभाजन के दौरान सुरक्षित रह गयी है. बता दें कि 9 पार्षदों वाले सदन में मत विभाजन के दौरान विपक्षी खेमे के चार पार्षद बिना मत दिए ही वॉकआउट कर गए, जिसके चलते अध्यक्ष की कुर्सी सुरक्षित रह गयी. वहीं विपक्षी खेमे का नेतृत्व कर रहे पूर्व अध्यक्ष रंजय कुमार ने मत विभाजन की प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करते हुए अपने सहयोगियों के साथ सदन से बाहर निकल गए.

मत विभाजन की प्रक्रिया पर विपक्ष ने खड़े किये सवाल

दरअसल, जिला परिषद अध्यक्ष किरण देवी के विरुद्ध चार पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया था, जिसे लेकर मंगलवार को मत विभाजन की प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी, लेकिन इस दौरान विपक्षी खेमे का नेतृत्व कर रहे पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रंजय कुमार ने कहा कि मत विभाजन के 7 दिन पहले उप विकास आयुक्त द्वारा हम लोगों को पत्र उपलब्ध होना चाहिए था, लेकिन 5 दिन पहले ही डीएम के द्वारा इसे लेकर पत्र मिला है, जो नियम संगत नहीं है.

मत विभाजन में बची अध्यक्ष की कुर्सी

वहीं, जिला अध्यक्ष की कुर्सी बचते ही कई दिनों से चल रही सरगर्मी भी थम गयी है. विपक्षी खेमे के लोग जहां मत विभाजन की इस प्रक्रिया पर वैधानिक सवाल खड़ा कर रहे थे, तो वहीं कुर्सी बचने से अध्यक्ष के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है.

अरवल: जिला परिषद अध्यक्ष किरण देवी की कुर्सी मंगलवार को मत विभाजन के दौरान सुरक्षित रह गयी है. बता दें कि 9 पार्षदों वाले सदन में मत विभाजन के दौरान विपक्षी खेमे के चार पार्षद बिना मत दिए ही वॉकआउट कर गए, जिसके चलते अध्यक्ष की कुर्सी सुरक्षित रह गयी. वहीं विपक्षी खेमे का नेतृत्व कर रहे पूर्व अध्यक्ष रंजय कुमार ने मत विभाजन की प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करते हुए अपने सहयोगियों के साथ सदन से बाहर निकल गए.

मत विभाजन की प्रक्रिया पर विपक्ष ने खड़े किये सवाल

दरअसल, जिला परिषद अध्यक्ष किरण देवी के विरुद्ध चार पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया था, जिसे लेकर मंगलवार को मत विभाजन की प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी, लेकिन इस दौरान विपक्षी खेमे का नेतृत्व कर रहे पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रंजय कुमार ने कहा कि मत विभाजन के 7 दिन पहले उप विकास आयुक्त द्वारा हम लोगों को पत्र उपलब्ध होना चाहिए था, लेकिन 5 दिन पहले ही डीएम के द्वारा इसे लेकर पत्र मिला है, जो नियम संगत नहीं है.

मत विभाजन में बची अध्यक्ष की कुर्सी

वहीं, जिला अध्यक्ष की कुर्सी बचते ही कई दिनों से चल रही सरगर्मी भी थम गयी है. विपक्षी खेमे के लोग जहां मत विभाजन की इस प्रक्रिया पर वैधानिक सवाल खड़ा कर रहे थे, तो वहीं कुर्सी बचने से अध्यक्ष के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है.

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