अररियाः बिहार के अररिया जिला मुख्यालय में सेखड़ा बेरादरी पंचायत की आपातकालीन बैठक आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता सेखड़ा विकास परिषद के अध्यक्ष रजी अहमद ने की, जहां उन्होंने बताया कि बिहार सरकार द्वारा की जा रही जातीय जनगणना के दूसरे चरण की सूची में अलग-अलग जातियों का अलग अलग कोर्ड जारी किया गया है. लेकिन उक्त सूची में सेखड़ा जाति का कोई जिक्र नहीं है.
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केन्द्र की सूची में 76 वें नंबर पर अंकितः दरअसल अररिया, पुर्णिया, दरभंगा, सहरसा, किशनगंज और कटिहार सहित विभिन्न जिलों में सेखड़ा जाति की एक बहुत बड़ी आबादी है. खास तौर पर अररिया जिला के लगभग नौ प्रखंडों में सेखड़ा जाति की एक बड़ी आबादी रहती है. सेखड़ा जाति केन्द्र सरकार द्वारा जारी जातिगत सूची में 76 वें नंबर पर अंकित है. जबकि बिहार सरकार द्वारा प्रथम चक्र में हुए जातिगत जनगणना के जाति सूची में सेखड़ा जाति का नाम 55 नंबर क्रमांक पर अंकित था, लेकिन द्वितीय चक्र के लिए जारी जातीय लिस्ट में सेखड़ा जाति का नाम विलुप्त है.
जाति के लोगों में ऊहापोह की स्थिति: इसे लेकर सेखड़ा जाति के लोगों में ऊहापोह की स्थिति उत्पन्न हो गई है. जबकि इस जाति के लोगों की संख्या पुरे बिहार में 25 लाख से अधिक है. सेखड़ा जाति भले ही अन्य पिछड़ा वर्ग में आते हैं, इस जाति के लोग पूर्व में हड्डी चुनने जैसे परिवारिक पेशे के कारण यह जाती हड्डी चुनना के नाम से भी जाना जाता है. सेखड़ा जाति के लोगों ने शासन प्रशासन से अपील किया है कि राज्य सरकार द्वारा जारी जाति कोर्ड में संशोधन कर सेखड़ा जाति के लिए भी कोर्ड आवंटित किया जाए. नहीं तो लोकतांत्रिक तरीके से इस बेरादरी के लोग आन्दोलन को बाध्य होंगे.
"बिहार में जातिगत जनगणना की जाति सूची में सेखड़ा जाति का नाम 55 नंबर क्रमांक पर अंकित था. द्वितीय चक्र के लिए जारी जातीय लिस्ट में सेखड़ा जाति का नाम शामिल नहीं है. जिससे हमारे समाज में मायूसी है. हम सरकार से अपील करते हैं कि हमारी जाति का नाम भी शामिल किया जाए"- रजी अहमद, अध्यक्ष, सेखड़ा विकास परिषद