अररिया: जिले में तक़रीबन 200 चचरी पुल है, जिसके सहारे लाखों लोग सफ़र करते हैं. उनके लिए आवागमन का यह एकमात्र साधन है. वहीं पुल और सड़क नहीं होने से लोग हमेशा परेशान रहते हैं. साथ ही बच्चे, बूढ़े, जवान और महिलाएं सब अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा करने पर मजबूर हैं.
ग्रामीणों ने लगाया आरोप
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क और पुल नहीं होने से यहां के नौजवान लड़के एवं लड़कियों की शादी में बाधा उत्पन्न हो रही है. वहीं, जानवरों के लिए चारा लाने के क्रम में या फ़िर पुल पार करने के दौरान डूबने से अकसर ग्रामीणों की मौत हो जाती है. ग्रामीणों का आरोप है कि आज़ादी के 70 वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई विकास का काम नहीं हुआ है. साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव के वक़्त नेताओं के द्वारा पुल बनाने को लेकर सिर्फ आश्वासन दिया जाता है, चुनाव खत्म होने के बाद भूल जाते हैं. जिससे लोगों में काफी नाराजगी है.
मांगों को पूरी करने की मांग
गौरतलब है कि अररिया ज़िला हर साल बाढ़ की चपेट में रहता है. जिससे लाखों लोग प्रभावित रहते हैं. यहां पर पुल, सड़क और नाला से लोग परेशान हैं. इस लोकसभा चुनाव में ग्रामीणों ने कहा जो नेता हमारी मांगो को पूरा करेगा. हम लोग उसी को वोट करेंगे.