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NSUI ने शिक्षा मंत्री का फूंका पुतला, नीट और जेईई परीक्षा रद्द कराने की मांग - NSUI activist Irshad

इरशाद ने बताया कि बिहार में जेईई और नीट की परीक्षा के लिये मात्र दो ही जगह सेंटर है, पटना और गया. इन दोनों ही इलाकों में बाढ़ आयी हुई है, साथ ही कोरोना का भी खतरा है. उन्होंने बताया कि पूरे देश में ना ही रेल चल रही है और ना ही बसों का परिचालन हो रहा है. ऐसे में परीक्षा लेने कही से भी उचित नहीं होगा.

Araria
NSUI ने शिक्षा मंत्री का फूंका पुतला
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Published : Aug 27, 2020, 7:19 PM IST

अररिया: जिले में गुरुवार को एनएसयूआई ने फारबिसगंज कॉलेज के मुख्य द्वार पर देश के शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का पुतला फूंका. इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की मांग थी कि नीट और जेईई की परीक्षा रद्द कर दी जाए. वहीं, इस मोके पर एनएसयूआई कार्यकर्ता ने बताया कि इस कोरोना काल में नीट तथा जेईई की परीक्षा लेना किसी प्रकार से भी उचित नहीं है, उन्होंने कहा कि इस समय परीक्षा लेना मतलब छात्रों की जान से खिलवाड़ करना होगा.

कोरोना काल में परीक्षा लेना उचित नही

इरशाद ने बताया कि बिहार में जेईई और नीट की परीक्षा के लिये मात्र दो ही जगह सेंटर है. पटना और गया और इन दोनों ही इलाकों में बाढ़ आयी हुई है, साथ ही कोरोना का भी खतरा है. उन्होंने बताया कि पूरे देश में ना ही रेल चल रही है और ना ही बसों का परिचालन हो रहा है. ऐसे में परीक्षा लेने कही से भी उचित नहीं होगा.

परीक्षा रद्द कराने की मांग

वहीं, यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष करण कुमार पप्पू ने बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा ऐसे समय पर परीक्षा लेने कही से भी उचित नही है, क्योंकि देश में कोरोना विकराल रूप ले चुका है, ऐसे समय में छात्र-छात्राओं के भविष्य के बारे में सोचने की जरूरत है ना कि उसके जीवन से खिलवाड़ करने की. उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल परीक्षा पे रोक लगानी चाहिए, जिससे छात्रों का भविष्य और उनकी जान बच सके.

अररिया: जिले में गुरुवार को एनएसयूआई ने फारबिसगंज कॉलेज के मुख्य द्वार पर देश के शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का पुतला फूंका. इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की मांग थी कि नीट और जेईई की परीक्षा रद्द कर दी जाए. वहीं, इस मोके पर एनएसयूआई कार्यकर्ता ने बताया कि इस कोरोना काल में नीट तथा जेईई की परीक्षा लेना किसी प्रकार से भी उचित नहीं है, उन्होंने कहा कि इस समय परीक्षा लेना मतलब छात्रों की जान से खिलवाड़ करना होगा.

कोरोना काल में परीक्षा लेना उचित नही

इरशाद ने बताया कि बिहार में जेईई और नीट की परीक्षा के लिये मात्र दो ही जगह सेंटर है. पटना और गया और इन दोनों ही इलाकों में बाढ़ आयी हुई है, साथ ही कोरोना का भी खतरा है. उन्होंने बताया कि पूरे देश में ना ही रेल चल रही है और ना ही बसों का परिचालन हो रहा है. ऐसे में परीक्षा लेने कही से भी उचित नहीं होगा.

परीक्षा रद्द कराने की मांग

वहीं, यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष करण कुमार पप्पू ने बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा ऐसे समय पर परीक्षा लेने कही से भी उचित नही है, क्योंकि देश में कोरोना विकराल रूप ले चुका है, ऐसे समय में छात्र-छात्राओं के भविष्य के बारे में सोचने की जरूरत है ना कि उसके जीवन से खिलवाड़ करने की. उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल परीक्षा पे रोक लगानी चाहिए, जिससे छात्रों का भविष्य और उनकी जान बच सके.

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