अररिया: जिले में स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही है. अस्पतालों से निकलने वाले मेडिकल वेस्टेज को खुली जगह पर फेंका जा रहा है.
शहर से सटे परमान नदी स्थित त्रिसुलिया घाट पर अस्पतालों से निकला कचरा सरेआम फेंका जा रहा है. यह कचरा लगातार बीमारी को दावत दे रहा है. यहां यह बताना जरूरी है कि मेडिकल वेस्टेज को खुली जगहों पर फेंकना कानूनी अपराध है.
ऐसा कूड़ा उठाने में डर लगता है- सफाईकर्मी
सफाईकर्मी ने बताया कि आसपास के इलाकों का सारा कूड़ा घाट के किनारे फेंका जाता है. बाद में कूड़ा गाड़ी से इसे बाहर ले जाया जाता है. उन्होंने बताया कि अस्पताल से निकले कूड़े को उठाने में काफी समस्या हो जाती है. सुई, दवाई सहित कई प्रकार का कूड़ा होने के कारण उसे उठाने में डर लगता रहता है.
सीएस करेंगे कार्रवाई
इस संबंध में अररिया सीएस सुरेश प्रसाद सिन्हा ने बताया कि मेडिकल के कई प्रकार के कचरे होते हैं. कई कचरों को पॉलिथीन में पैक कर डस्टबिन में फेंकने की सुविधा दी गई है. बाद में भागलपुर स्थित डिस्ट्रॉय सेंटर की गाड़ियां आकर इन्हें ले जाती हैं और उन्हें वहां डिस्ट्रॉय कर दिया जाता है. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी नर्सिंग होम या क्लिनिक के खुली जगहों पर मेडिकल वेस्टेज को फेंकता है, तो उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही कहा कि त्रिसूलिया घाट पर फेंके गए मेडिकल वेस्टेज की निश्चित रूप से जांच की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी.