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लखीमपुर खीरी हिंसक घटना के विरोध में वाम दलों का प्रदर्शन, PM मोदी का फूंका पुतला - वाम दलों का प्रदर्शन

लखीमपुर खीरी हिंसक घटना (Lakhimpur Kheri Violence) के विरोध में वाम दलों के कार्यकर्ताओं ने अररिया (Araria) में पीएम मोदी का पुतला फूंका और दोषियों को फांसी देने की मांग की. इनका आरोप है कि सरकार किसान आंदोलन को कुचलना चाहती है.

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Published : Oct 4, 2021, 5:42 PM IST

अररिया: उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी हिंसक घटना (Lakhimpur Kheri Violence) के विरोध में बिहार के अररिया (Araria) में विभिन्न संगठनों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान केंद्र और यूपी सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का पुतला दहन किया गया.

ये भी पढ़ें: लखीमपुर घटना पर तेजस्वी यादव बोले- यूपी में पूरी तरह से गुंडा राज कायम

रविवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 4 किसानों की मौत के विरोध में देशभर में प्रदर्शन तेज हो गया है. इसको लेकर अररिया जिला मुख्यालय में सीपीआईएम (CPIM) और अन्य वाम दलों के द्वारा विरोध मार्च निकाला गया. कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और सरकार विरोधी नारे लगाए.

वाम दलों का प्रदर्शन

प्रदर्शनकारियों की मांग है की इस हत्या में जो भी शामिल हैं, उनको फांसी की सजा दी जाए. साथ ही तीनों काले कृषि कानूनों को फौरन वापस लिया जाए, अन्यथा आंदोलन जारी रहेगा.

ये भी पढ़ें: लखीमपुर खीरी हिंसक घटना के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन, योगी आदित्यनाथ का फूंका पुतला

सीपीआईएम के जिला सचिव रामविलास यादव ने कहा कि पिछले एक साल से देशभर के किसान इन तीनों काले कानूनों का विरोध कर रहे हैं, लेकिन ये सरकार आंदोलन को दबाने में लगी है. जब किसानों का आंदोलन नहीं दबा पाई तो लखीमपुर खीरी में किसानों को ही कुचलकर मार डाला गया.

आपको बताएं कि फिलहाल किसानों और प्रशासन के बीच सहमति बन गई है. जिन मांगों पर सहमति बनी हैं, उनमें 8 दिन के अंदर दोषियों की गिरफ्तारी, चार मृतक किसानों के परिजनों को 45-45 लाख और घायलों को 10-10 लाख का मुआवजा, इसके अलावा घर के एक सदस्य को योग्यता के आधार पर नौकरी दी जाएगी. साथ ही मामले की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे.

अररिया: उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी हिंसक घटना (Lakhimpur Kheri Violence) के विरोध में बिहार के अररिया (Araria) में विभिन्न संगठनों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान केंद्र और यूपी सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का पुतला दहन किया गया.

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रविवार को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 4 किसानों की मौत के विरोध में देशभर में प्रदर्शन तेज हो गया है. इसको लेकर अररिया जिला मुख्यालय में सीपीआईएम (CPIM) और अन्य वाम दलों के द्वारा विरोध मार्च निकाला गया. कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और सरकार विरोधी नारे लगाए.

वाम दलों का प्रदर्शन

प्रदर्शनकारियों की मांग है की इस हत्या में जो भी शामिल हैं, उनको फांसी की सजा दी जाए. साथ ही तीनों काले कृषि कानूनों को फौरन वापस लिया जाए, अन्यथा आंदोलन जारी रहेगा.

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सीपीआईएम के जिला सचिव रामविलास यादव ने कहा कि पिछले एक साल से देशभर के किसान इन तीनों काले कानूनों का विरोध कर रहे हैं, लेकिन ये सरकार आंदोलन को दबाने में लगी है. जब किसानों का आंदोलन नहीं दबा पाई तो लखीमपुर खीरी में किसानों को ही कुचलकर मार डाला गया.

आपको बताएं कि फिलहाल किसानों और प्रशासन के बीच सहमति बन गई है. जिन मांगों पर सहमति बनी हैं, उनमें 8 दिन के अंदर दोषियों की गिरफ्तारी, चार मृतक किसानों के परिजनों को 45-45 लाख और घायलों को 10-10 लाख का मुआवजा, इसके अलावा घर के एक सदस्य को योग्यता के आधार पर नौकरी दी जाएगी. साथ ही मामले की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे.

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