अररिया : एक ओर जहां सरकार तीन तलाक बिल पारित कर मुस्लिम महिलाओं को हक दिलाने की बात कर रहे हैं. वहीं एक दलित युवती को छोटी जाति के नाम पर प्रताड़ित किया जा रहा है. 2016 में दोनों की शादी परिवारिक रजामंदी से हुई थी.
साल 2016 में परिवार के रज़ामंदी से हुई थी शादी
दरअसल पीड़िता की शादी अमित जैन नामक युवक से 2016 में परिवार के रजामंदी से हुई थी. छः महीने तो सब ठीक-ठाक चला. लेकिन, इसके बाद लड़की को लड़के के भाई और परिवार के अन्य लोग प्रताड़ित करने लगे. कभी छोटी जाति के नाम पर तो कभी दहेज के नाम पर लड़की को प्रताड़ित किया जाने लगा. पीड़िता ने बताया कि लड़के वाले सब कुछ पहले से बेहतर तरीके से जानते थे. उसके बावजूद जब वह गर्भवती हुई तो उसके पति और उसकी मां गर्भ को गिराने के लिए दवाब बनाने लगे. लड़की ने जब इनकार किया तो उसके साथ मारपीट किया जाने लगा.
पति पर भी आरोप
इस बारे में जब लड़की ने अपने पति से शिकायत की तो उसने अपने घरवालों को कुछ भी नहीं बोला. लड़की का कहना है कि उसका पति भी उसे प्रताड़ित करता है. पीड़िता का दो साल का एक बच्चा भी है और वो फिलहाल अपने माँ के घर पर रहती है. लड़की का कहना है कि उसने थाने में कई बार आवेदन दिया है. लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. हालांकि इस मामले पर एसपी धूरत सायली ने बताया कि जो भी शिकायत है वो आपके जरिए हमें प्राप्त हुआ है. इस मामले की जांच की जाएगी.