अररिया: रमजान के महीने में बाजार में रौनक देखने को मिलती है. इस पवित्र महीने में फलों की मांग बढ़ जाती है. हालांकि रमजान में फलों की कीमत आसमान को छू रही है. मौसमी से लेकर बेमौसमी फल भी बाजारों में उपलब्ध है. बाजार में हिन्दुस्तानी फल के अलावे सऊदी में उपजने वाले फल मिल रहे हैं. रमजान के महीने में खजूर की कीमत में भारी उछाल आया है, इसके बावजूद भी रोजेदार की पहली पसंद खजूर है. बाजार में इसकी कीमत 10000 रुपए से लेकर 5000 तक का है.
फलों की कीमतों में उछाल
बाजार में पपीता 60 रुपए किलो, तरबूज 40 से 50 रुपए किलो, केला 60 से 80 रुपए दर्जन, सेब 200 से 300 रुपए किलो, अनार 100 से 120 रुपए किलो तक मिल रहा है. इन फलों का इस्तेमाल इस पवित्र महीने में हर मुसलमान के घर में होता है. रोजेदार रोजा खोलने के समय इन फलों को खरीद कर घर लाते हैं.
पहले फल किलो में खरीदते थे वो अब ग्राम में
लोगों का कहना है कि इस महीने से पहले फलों की कीमत बिल्कुल आधी थी. ये फल बाजार में आसानी से उपलब्ध थे. हालांकि मंडी में सामानों की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन मुख्य बाजाार,चौक चौराहो और फूटपाथ पर दुकान लगा कर बेचने वाले फल विक्रेता अन्य बाज़ारों से ज्यादा कीमत वसूलते हैं. लोग बताते हैं कि मुढ़ी, चना हलक के अंदर नहीं जा पाती है. इस मंहगाई में ग़रीब या मध्यम वर्गीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. महंगाई की मार झेल रहे रोजेदारों के अनुसार गरीब को दुनिया में जीने का हक नही है. लोगों का कहना है कि इस महीने में जो फल किलो में खरीदते थे वो अब ग्राम में खरीद कर खा रहे हैं.