अररिया: सरकार लगातार स्वास्थ्य व्यवस्था पर लाखों खर्च करने की बात करती है. लेकिन, जमीनी स्तर पर यह विफल साबित हो रहा है. जिले के सदर अस्पताल में महिला डॉक्टर के नहीं होने की वजह से महिला मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. अस्पताल में आए दिन महिला मरीज को हताश होकर वापस दूसरे अस्पताल में जाना पड़ रहा है.
इतने लाख की है आबादी
अररिया में करीब 32 लाख की आबादी है. फिर भी सरकार ने एक महिला डॉक्टर की व्यवस्था नहीं की है. स्त्री रोग होने की वजह से मरीज संकोच में पुरुष डॉक्टर से इलाज नहीं करा पाती हैं. इलाज कराने आए मरीजों को मजबूरन पूर्णिया के अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है.
मरीजों की शिकायत
मरीजों का कहना है कि अस्पताल में महिला डॉक्टर नहीं होने बहुत परेशानी हो रही है. बहुत सी बीमारी पुरुष डॉक्टर नहीं पकड़ पाते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिन से अस्पताल का चक्कर काटना पड़ रहा है. लेकिन, डॉक्टर अब तक नदारद हैं. पदाधिकारी सिर्फ आज-कल कह कर बात को टाल देते हैं.
चेकअप कराने में होती है परेशानी
वहीं, दूसरे मरीज ने बताया कि उनकी बहुत जल्द डिलीवरी होनी है. ऐसे में महिला डॉक्टर नहीं हैं. पुरुष डॉक्टर कहते हैं कि दो दिन में डॉक्टर आएंगी. लेकिन, अब तक नहीं आई हैं. चेकअप कराने के लिए भटकना पड़ रहा है. अस्पताल नजदीक होने के कारण लोग यहां आते हैं वर्ना, शहर से दूर जाना संभव नहीं है.
अधिकारी ने दी जानकारी
अस्पताल के सीएस सुरेश प्रसाद ने बताया कि महिला डॉक्टर के लिए अस्पताल के वरीय अधिकारी को आवेदन दे दी गई है. दो महिला डॉक्टरों की पोस्टिंग की गई है. जब तक ड्यूटी ज्वाइन नहीं करती तब तक कुछ भी कहना संभव नहीं है. फिर भी अस्पताल की पूरी कोशिश रहेगी कि जल्द से जल्द महिला डॉक्टरों की नियुक्ति की जाए.