अररिया: बिहार में जिस मद्य निषेध विभाग पर शराब तस्करी और बिक्री को रोकने की जिम्मेदारी है. उसी विभाग के कुछ अधिकारी शराब तस्करी करवाने लगे है. साथ ही मोटी रकम लेकर तस्करों को छोड़ दे रहे है. ताजा मामला अररिया जिले के सिकटी प्रखंड से सामने आ रहा. जहां सिकटी पुलिस ने छापेमारी कर मद्य निषेध के सब इंस्पेक्टर और एएसआई को दबोचा है. इनके साथ दो तस्कर भी गिरफ्तार किए गए है.
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''वरीय पुलिस पदाधिकारी और विश्वसनीय सूत्रों से गुप्त सूचना मिली थी कि पहाडा मद्य निषेध कैंप में मोटी रकम लेकर शराब तस्कर को छोड़ा जा रहा है. सूचना के आधार पर पुलिस बल के साथ जब मद्य निषेध कैंप पर पहुंचे तो दो तस्करों को पकड़ा गया. उन से पूछताछ के क्रम में पता चला कि 29 हजार रुपये में डील हुई है.'' - हरेश तिवारी, सिकटी थानाध्यक्ष
पैसे लेकर शराब तस्कर को छोड़ने का आरोप : तलाशी में नेपाली शराब की 68 बोतल मद्य निषेध कैंप के पीछे से बरामद किया गया. बैंच नंबर से मिलान करने पर एक ही बैच नंबर पाया गया. जिस कारण मद्य निषेध के एसआई सह कैंप प्रभारी भूपेन्द्र कुमार सिंह और एएसआई दिनेश कुमार सहित शराब तस्कर पलासी थाना क्षेत्र के भटगांव निवासी संतोष मंडल व दिलीप मंडल को सिकटी थाना पर लाया गया. जिसे आवश्यक पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में अररिया भेज दिया गया है.
एसआई के प्रति आक्रोश: वहीं, पहाडा चौक के ग्रामीणों का कहना है कि मद्य निषेध के एसआइ भूपेन्द्र कुमार सिंह और एएसआई दिनेश कुमार शराब तस्करी से मोटी रकम लेकर मदद किया करता था. उन्होंने बताया कि दोनों अपने ही वाहन से शराब की खेप को तस्कर के गणतव्य स्थान तक पहुंचने का भी काम करता था. साथ ही बेवजह लोगों को परेशान भी किया करता था. जिस कारण लोगों में मद्य निषेध के एसआई के प्रति आक्रोश भी था.
पुलिस ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ा: स्थानीय लोगों की माने तो मद्य निषेध कैंप के एसआई और एएसआई के रवैये से पहाडा चौक के ग्रामीण भी नाखुश थे, जिस कारण इसकी शिकायत बार बार सिकटी थाना के साथ वरीय अधिकारियों व मद्य निषेध के अधिकारियों को भी किया करते थे. ऐसे में सिकटी पुलिस ने दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. बाद में पूछताछ कर सिकटी थाना में कांड संख्या 268/23 तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.