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AIFF ने मिनर्वा पंजाब के मालिक रंजीत बजाज को लगाई फटकार, जानें वजह

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Published : Sep 28, 2019, 3:50 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 8:50 AM IST

मिनर्वा पंजाब के मालिक रंजीत बजाज को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने फटकार लगाई और आधिकारिक रूप से चेतावनी देकर छोड़ दिया है. उन्होंने एआईएफएफ के बारे में अपमानजनक ट्वीट किया था.

RANJIT BAJAJ

नई दिल्ली : सोशल मीडिया पर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) और उसके अधिकारियों एवं वाणिज्यिक भागीदारों के खिलाफ अपमानजनक ट्वीट करने के मामले में एआईएफएफ की एथिक्स कमेटी ने मिनर्वा पंजाब के मालिक रंजीत बजाज को आधिकारिक रूप से चेतावनी देकर छोड़ दिया है.

मीडिया से बात करते हुए कमेटी के चेयरमैन अमोद कांथ ने कहा,"हमने उनसे बातचीत की और उन्हें अपमानजनक ट्वीट करने के लिए आधिकारिक रूप से फटकार लगाई है. उनके द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा बिल्कुल भी उचित नहीं थी. वो हमारे सामने उपस्थित हुए और उन्होंने इस तथ्य को स्वीकार किया कि भाषा उचित नहीं थी."

ये पूछे जाने पर कि क्या बाजाज पर किसी प्रकार का मौद्रिक जुमार्ना भी लगाया गया है? कांथ ने कहा, "बजाज अपने वकील के साथ उपस्थित हुए और हमने उन्हें चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि वो दोबारा ऐसा नहीं करेंगे."

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ का लोगो
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ का लोगो
कांथ ने कहा कि गोपनीय दस्तावेज को सार्वजनिक डोमेन में लाने जैसे कई अन्य मुद्दे भी थे, लेकिन बजाज को ट्वीट की भाषा के कारण फटकार लगाई गई.

यह भी पढ़ें- धोनी के 'संन्यास' पर शिखर धवन ने कही ये बात

बजाज को 10 जुलाई को एआईएफएफ की एथिक्स कमेटी द्वारा कारण बताओ नोटिस भेजा गया था और उनसे 15 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया था. यह नोटिस बजाज केकार्यो और भारतीय फुटबॉल एवं महासंघ की छवि पर उसके प्रभाव से जुड़ा हुआ था.

इस नोटिस में आई-लीग टीम के मालिक द्वारा किए गए लगभग 45 अपमानजनक ट्वीट और रीट्वीट के बारे में बताया गया.

नई दिल्ली : सोशल मीडिया पर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) और उसके अधिकारियों एवं वाणिज्यिक भागीदारों के खिलाफ अपमानजनक ट्वीट करने के मामले में एआईएफएफ की एथिक्स कमेटी ने मिनर्वा पंजाब के मालिक रंजीत बजाज को आधिकारिक रूप से चेतावनी देकर छोड़ दिया है.

मीडिया से बात करते हुए कमेटी के चेयरमैन अमोद कांथ ने कहा,"हमने उनसे बातचीत की और उन्हें अपमानजनक ट्वीट करने के लिए आधिकारिक रूप से फटकार लगाई है. उनके द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा बिल्कुल भी उचित नहीं थी. वो हमारे सामने उपस्थित हुए और उन्होंने इस तथ्य को स्वीकार किया कि भाषा उचित नहीं थी."

ये पूछे जाने पर कि क्या बाजाज पर किसी प्रकार का मौद्रिक जुमार्ना भी लगाया गया है? कांथ ने कहा, "बजाज अपने वकील के साथ उपस्थित हुए और हमने उन्हें चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि वो दोबारा ऐसा नहीं करेंगे."

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ का लोगो
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ का लोगो
कांथ ने कहा कि गोपनीय दस्तावेज को सार्वजनिक डोमेन में लाने जैसे कई अन्य मुद्दे भी थे, लेकिन बजाज को ट्वीट की भाषा के कारण फटकार लगाई गई.

यह भी पढ़ें- धोनी के 'संन्यास' पर शिखर धवन ने कही ये बात

बजाज को 10 जुलाई को एआईएफएफ की एथिक्स कमेटी द्वारा कारण बताओ नोटिस भेजा गया था और उनसे 15 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया था. यह नोटिस बजाज केकार्यो और भारतीय फुटबॉल एवं महासंघ की छवि पर उसके प्रभाव से जुड़ा हुआ था.

इस नोटिस में आई-लीग टीम के मालिक द्वारा किए गए लगभग 45 अपमानजनक ट्वीट और रीट्वीट के बारे में बताया गया.

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AIFF ने मिनर्वा पंजाब के मालिक रंजीत बजाज को लगाई फटकार, जानें वजह





नई दिल्ली : सोशल मीडिया पर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) और उसके अधिकारियों एवं वाणिज्यिक भागीदारों के खिलाफ अपमानजनक ट्वीट करने के मामले में एआईएफएफ की एथिक्स कमेटी ने मिनर्वा पंजाब के मालिक रंजीत बजाज को आधिकारिक रूप से चेतावनी देकर छोड़ दिया है.

मीडिया से बात करते हुए कमेटी के चेयरमैन अमोद कांथ ने कहा,"हमने उनसे बातचीत की और उन्हें अपमानजनक ट्वीट करने के लिए आधिकारिक रूप से फटकार लगाई है. उनके द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा बिल्कुल भी उचित नहीं थी. वो हमारे सामने उपस्थित हुए और उन्होंने इस तथ्य को स्वीकार किया कि भाषा उचित नहीं थी."

ये पूछे जाने पर कि क्या बाजाज पर किसी प्रकार का मौद्रिक जुमार्ना भी लगाया गया है? कांथ ने कहा, "बजाज अपने वकील के साथ उपस्थित हुए और हमने उन्हें चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि वो दोबारा ऐसा नहीं करेंगे."

कांथ ने कहा कि गोपनीय दस्तावेज को सार्वजनिक डोमेन में लाने जैसे कई अन्य मुद्दे भी थे, लेकिन बजाज को ट्वीट की भाषा के कारण फटकार लगाई गई.

बजाज को 10 जुलाई को एआईएफएफ की एथिक्स कमेटी द्वारा कारण बताओ नोटिस भेजा गया था और उनसे 15 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया था. यह नोटिस बजाज केकार्यो और भारतीय फुटबॉल एवं महासंघ की छवि पर उसके प्रभाव से जुड़ा हुआ था.

इस नोटिस में आई-लीग टीम के मालिक द्वारा किए गए लगभग 45 अपमानजनक ट्वीट और रीट्वीट के बारे में बताया गया.


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Last Updated : Oct 2, 2019, 8:50 AM IST
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