सारणः बिहार के छपरा में एमएलसी चुनाव (MLC election in chhapra ) को लेकर उम्मीदवारों ने नामांकन कराया. इस दौरान जिले में नेताओं की गहमागहमी रही. शहर के हृदय स्थल टाउन थाना चौक पर स्थित सारण प्रमंडल आयुक्त के कार्यालय में उम्मीदवारों ने अपना-अपना नामांकन दाखिल किया. सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से और सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से भी उम्मीदवारों ने अपना-अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.
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एमएलसी चुनाव में नामांकनः छपरा एमएलसी चुनाव में नामांकन किया गया. सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित एमएलसी केदार पांडे के निधन के कारण सीट खाली थी. इस सीट पर उनके बेटे आनंद पुष्कर ने अपना नामांकन दाखिल किया. भाजपा से सारण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से महाचंद्र प्रसाद सिंह ने अपना नामांकन दाखिल किया, जबकि सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से सारण भाजपा के उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र कुमार सिंह ने अपना नामांकन दाखिल किया. वही महागठबंधन के प्रत्याशी वर्तमान एमएलसी डॉ वीरेंद्र नारायण यादव ने भी नामांकन दाखिल किया.
नेताओं का तांता लगा रहाः नामांकन के दौरान शहर में नेताओं का तांता लगा रहा. कई नेताओं ने अपने-अपने पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभा को संबोधित भी किया. डॉ अशोक चौधरी, चंद्रशेखर, भाजपा की महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, छपरा मेयर राखी गुप्ता, भाजपा नेता बिरेंद्र ओझा, छपरा के विधायक डॉ सीएन गुप्ता भी उपस्थित थे. जन सुराज पार्टी ने भी इस चुनाव में अब अपना उम्मीदवार उतारा है. सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से अशफाक अहमद को उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने भी नामांकन दाखिल किया है, जबकि शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर सिंह ने नामांकन दाखिल किया.
"देखिए ये तो जिस दिन जन सुराज ने हमें समर्थन दिया, उसी दिन मैं इस बात को समझ गया. यह निर्णीय शिक्षा के हित में लिया गया है. वोटर निश्चित रूप में अपनी आवाज और ताकत के जरीय सहयोग करेंगे. मैं आश्वसत करना चाहता हूं कि अगर मुझे मौका मिलता है तो प्रशांत किशोर के नेतृत्व में उनकी लड़ाई मजबूत तरीके से लड़ेंगे." -अशफाक अहमद, जन सुराज पार्टी
"मैंने निर्दलीय चुनाव भी लड़ा हूं. उस समय में भी मैं दो प्रतिशत आश्वसत था कि मेरी जीत होगी. जब तक जीत के बारे में नहीं सोचते तब तक लड़ाई में नहीं घुसते हैं. सारण के लोगों ने दो बार के चुनाव में देख चुके हैं. प्रशांत किशोर ने सारण ही पूरे देश में कितने को सीएम बनाए हैं. आज उन्होंने बिहार के जनता का हाथ पकड़ा है तो बिहार की जनता भी जीतेगी." -सच्चिदानंद राय, सारण एमएलसी
क्यों होना है चुवानः बता दें कि 8 मई 2023 को बिहार में चार विधान पार्षदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है, जिसको लेकर चुनाव कराया जा रहा है. 13 मार्च को नामांकन की आखिरी तारीख है. 14 मार्च को नामांकन की जांच होगी और 31 मार्च तो वोटिंग की जाएगी. 5 अप्रैल को वोटों की गिनती की जाएगी. सारण शिक्षक निर्वाचन और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से छपरा, सिवान, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण में 5 सीटों पर चुनाव होना है.