गया: बिहार के महासमर-2020 में 28 अक्टूबर को पहले चरण का मतदान होना है. गया जिले में सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग होना है. दस विधानसभा क्षेत्र के लिए कुल 172 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है. जिले की कई सीटों पर दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है.
इमामगंज विधानसभा क्षेत्र
इमामगंज विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, यह क्षेत्र जिले की वीआइपी सीट है. यहां से पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदयनारायण चौधरी के बीच मुकाबला है. पिछली बार भी इन्हीं दोनों के बीच मुकाबला था जिसमें जीतनराम मांझी ने जीत हासिल की थी. इस बार एलजेपी की कुमारी शोभा सिन्हा के चुनावी मैदान में आने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. इस सीट से कुल 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
बोधगया विधानसभा क्षेत्र
बोधगया से पूर्व सांसद के बेटे कुमार सर्वजीत और पूर्व सांसद हरि मांझी के बीच कड़ी टक्कर है. हालांकि इस विधानसभा क्षेत्र से कुल 17 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बदल दिया है. 2015 में बीजेपी प्रत्याशी श्यामदेव पासवान चुनाव हार गए थे.
बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र
बाराचट्टी विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की समधन ज्योति मांझी चुनावी मैदान में है. वहीं, गया सांसद की बहन समता देवी भी चुनावी मैदान में उतरी है. बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र में इन्ही दोनों के बीच कड़ी टक्कर है. हालांकि इस विधानसभा क्षेत्र में 13 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
गया शहरी विधानसभा क्षेत्र
गया शहरी विधानसभा क्षेत्र में 30 सालों से यहां का प्रतिनिधित्व बीजेपी प्रत्याशी कर रहे है. बीजेपी के प्रेम कुमार का मुकाबला कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव से है. वही शहरी क्षेत्र के 27 उम्मीदवार मैदान में हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में जातीय गोलबंद से लेकर धार्मिक समीकरणों पर आधारित चुनाव होता हैं.
टिकारी कीला में त्रिकोणीय मुकाबला
टिकारी विधानसभा क्षेत्र से हम पार्टी के अनिल कुमार, कांग्रेस के सुमंत कुमार और एलजेपी के कमलेश शर्मा के बीच मुख्य मुकाबला देखने को मिल रहा है. इस विधानसभा क्षेत्र से कुल 25 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. हम प्रत्याशी अनिल कुमार हैट्रिक लगा चुके हैं. हालांकि पिछले चुनाव में बगावत कर हम में गए तो हार का सामना करना पड़ा था.
वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र
वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस विधायक अवधेश कुमार ने अपने बेटे डॉ. शशि शेखर को कांग्रेस से चुनावी मैदान में उतारा है. जबकि बीजेपी ने पूर्व विधायक वीरेंद्र सिंह को फिर से चुनावी मैदान में उतारा है. वीरेंद्र 2010 में भाजपा के विधायक रहे हैं. 2015 में वह अवधेश सिंह से चुनाव हार गए थे. वजीरगंज में कुल 22 प्रत्याशी हैं.
बेलागंज विधानसभा क्षेत्र
बेलागंज विधानसभा सीट पर 1990 से डॉ.सुरेंद्र प्रसाद यादव काबिज हैं. इस बार आरजेडी के प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में है. वहीं, जेडीयू से टिकारी विधायक अभय कुशवाहा को मैदान है. राजनीतिक गलियारों में कहा जाता है कि सुरेंद्र यादव अभय कुशवाहा के राजनीतिक गुरु है. बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है.
गुरुआ विधानसभा क्षेत्र
गुरुआ विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने निवर्तमान विधायक राजीव नंदन को चुनाव में उतारा है. वहीं, आरजेडी के विनय कुमार यादव पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. इनके अलावा कुल 23 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं.
शेरघाटी में त्रिकोणीय मुकाबला
शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र में भी त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है. निवर्तमान जेडीयू विधायक विनोद प्रसाद यादव से मुकाबले में आरजेडी की ओर से मंजू अग्रवाल और जाप के प्रत्याशी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होता दिख रहा है. शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र में कुल 11 प्रत्याशी हैं.
अतरी विधानसभा क्षेत्र
अतरी विधानसभा क्षेत्र से निवर्तमान विधायक के बेटे अजय यादव चुनावी मैदान में है. वहीं, एमएलसी मनोरमा देवी भी चुनावी मैदान में है. इस विधानसभा क्षेत्र में एलजेपी लड़ाई को त्रिकोणीय करने में लगी है. अतरी से कुल 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है.
2015 में जिले की 10 विधानसभा सीटों का परिणाम
विधानसभा क्षेत्र | जीत दर्ज करने वाली पार्टी |
गया टाउन, गुरुआ | बीजेपी |
शेरघाटी, टिकारी | जेडीयू |
इमामगंज | हम |
वजीरगंज | कांग्रेस |
बेलागंज, बोधगया, बाराचट्टी, अतरी | आरजेडी |
2020 में कौन सी पार्टी कहां से लड़ रही चुनाव ?
- बीजेपी : गया, वजीरगंज, गुरुआ, बोधगया
- जेडीयू : शेरघाटी, बेलागंज, अतरी
- हम : इमामगंज, बाराचट्टी, टिकारी
- राजद : इमामगंज, शेरघाटी, गुरुआ, अतरी, बेलागंज, बाराचट्टी, बोधगया
- कांग्रेस : गया टाउन, वजीरगंज, टिकारी
- लोजपा : अतरी, इमामगंज, बेलागंज, बाराचट्टी, टिकारी, शेरघाटी