पटना: बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में बुधवार को जल संसाधन विभाग, पीएचइडी और लघु जल संसाधन विभाग के बजट पर चर्चा हुई. चर्चा के बाद जल संसाधन विभाग (Department of Water Resources) का 4310 करोड़ से अधिक का बजट पास हो गया. आरजेडी और विपक्ष के सदस्यों ने जहां कई जिलों की उपेक्षा का आरोप लगाया और नालंदा और मिथिलांचल पर विशेष ध्यान देने की बात कही है तो वहीं सत्ता पक्ष ने कहा कि सरकार ने कई कार्यक्रम चलाए हैं. जिसका लोगों को लाभ भी मिल रहा है. वहीं, पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान (PHED Minister Rampreet Paswan ) ने कहा कि हम लोग हर घर तक जल पहुंचा रहे हैं. विधायकों से सुझाव भी मांगा. वहीं जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि नदी जोड़ने की योजना से लेकर गंगा उद्भव योजना पर काम तेजी से चल रहा है.
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आरजेडी ने ली मंत्री पर चुटकी: बिहार विधानसभा में पीएचईडी, लघु जल संसाधन और जल संसाधन विभाग के बजट पर चर्चा हुई. आरजेडी विधायक ललित यादव ने लघु जल संसाधन मंत्री संतोष सुमन (Minister Santosh Suman) के पीछे बैठने पर चुटकी ली और कहा कि जब चर्चा हो रही हो तो मंत्री को आगे बैठना चाहिए. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जल संसाधन मंत्री आगे हैं देखिए. वहीं पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान ने कहा कि कांग्रेस सरकार में दलितों को पानी लेने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में जो सरकार चल रही है, इसने हर घर तक पानी पहुंचा दिया है. नल जल योजना में किसी को कोई सुझाव देना है तो विधायक दे सकते हैं. सिर्फ आरोप लगाने से नहीं होगा.
मंत्री संतोष सुमन का जवाब: वहीं, आरजेडी के ललित यादव ने लघु जल संसाधन मंत्री संतोष सुमन पर आरोप भी लगाया. जिस पर संतोष सुमन ने कहा कि पुराना मामला है और उनसे बातचीत हो गई थी लेकिन बार-बार उठा रहे थे. पूरे मामले में सफाई देते हुए संतोष सुमन ने अभी कहा कि विभाग लगातार कई योजनाओं पर काम कर रहा है. हर खेत तक पानी पहुंचाने की योजना पर भी विभाग काम कर रहा है.
चेतन आनंद का आरोप: आरजेडी विधायक चेतन आनंद ने नालंदा पर विशेष ध्यान देने और सीतामढ़ी, शिवहर जैसे जिलों की उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया. जल संसाधन मंत्री की कई योजना की चर्चा किए जाने पर चेतन आनंद ने कहा कि देखना है कि काम जमीन पर कब उतरता है.
नेता प्रतिपक्ष गैर मौजूद: हालांकि चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष यादव अनुपस्थित रहे, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में मौजूद थे. जल संसाधन मंत्री संजय झा ने नदी जोड़ योजना की भी चर्चा की और कहा कि राष्ट्रीय परियोजना में यह शामिल हो चुका है लेकिन हम लोग चाहते हैं कि 90% राशि केंद्र सरकार दे और 10% राज्य सरकार का खर्च हो. वैसे इस पर भी काम शुरू करने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है. वहीं कई नदी जोड़ योजना की चर्चा भी की. साथ ही जल संसाधन विभाग की बिहार में चल रही कई योजनाओं का जिक्र किया.
4310 करोड़ का बजट पास: गया में फल्गु नदी में बन रहे रबड़ डैम के बारे में भी बताया कि इसी साल यह चालू हो जाएगा. साथ ही गंगा उद्धव योजना में भी केवल 9 किलोमीटर पाइप बिछाना बच गया है. इस साल राजगीर बोधगया गंगाजल ले जाया जाएगा. मंत्री के जवाब के अंत में विपक्षी सदस्यों ने बहिष्कार भी किया और विपक्ष की अनुपस्थिति में जल संसाधन विभाग का 4310 करोड़ से अधिक का बजट पास हो गया.
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