पटना: देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम मनाया जा रहा है. इस मौके पर खाद्य आपूर्ति विभाग और जन वितरण विभाग की ओर से बिहार की राजधानी पटना (Patna) कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय खाद्य उपभोक्ता मामले के राज्यमंत्री अश्विनी चौबे (Ashwini Choubey) ने हिस्सा लिया. इस दौरान किसानों के लिए भविष्य की रूपरेखा तय की गई.
ये भी पढ़ें: बोले भक्त चरणदास- '900 किसानों की मौत के बाद केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को लिया वापस'
इस मौके पर केंद्रीय खाद्य उपभोक्ता मामले के राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि किसानों को बेहतर सुविधा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. केंद्र की मोदी सरकार किसानों की बेहतरी के लिए लगातार काम कर रही है. कोरोना संकटकाल में 80 करोड़ लाभुकों के लिए 15 महीनों तक कुल 596 लाख मैट्रिक टन अनाज वितरित किया गया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में अनाज के उत्पादन तो होते हैं, लेकिन भंडारण क्षमता नहीं होने के चलते खाद्य पदार्थ नष्ट हो जाते हैं. खाद्य पदार्थ कम से कम नष्ट हो, इसके लिए सरकार भंडारण क्षमता विकसित करने जा रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय खाद्य निगम की भंडारण क्षमता 2015 में 5.30 लाख मैट्रिक टन थी, जो अब बढ़कर 10.30 लाख मैट्रिक टन हो चुकी है. भारत के पहले राइस साइलो कैमूर और बक्सर में बनाए जाने योजना है. एक वर्ष के अंदर काम शुरू हो जाने की संभावना है.
ये भी पढ़ें: 15 साल का जश्न: बिहार के लिए CM नीतीश ने क्या-क्या किया, ये बताएंगे JDU के मंत्री और सांसद
अश्विनी चौबे ने कहा कि खाद्य सुरक्षा को प्रबल करने के लिए बिहार राज्य में भारतीय खाद्य निगम के तहत भारत के पहले राइस साइलो कैमूर और बक्सर में बनाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक वर्ष के अंदर काम शुरू भी हो जाएगा.
नोट: ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप