पटना: केंद्रीय कानून मंत्री और पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद अपने सांसदीय क्षेत्र के बख्तियारपुर प्रखंड स्थित लखनपुरा गांव पहुंचे, और शहीद कमलेश के पार्थिव शरीर पर फूल-माला अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने शहीद के पिता अनिल कुमार सिंह को सांत्वना भी दी. शहीद की वीर गाथा गाते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे ही जवानों के साहस और पराक्रम के बल पर पूरे देश के लोग चैन की नींद सो पाते हैं. ऐसे जवानों पर फक्र होना लाजमी है.
कश्मीर में शहीद हुए कमलेश
बता दें कि कमलेश जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में पाकिस्तान की ओर से किए गए सीजफायर उल्लंघन में शहीद हुए. हालांकि अभी तक इस बात की अधिकारिक पुष्टी नहीं हुई है कि वह कैसे शहीद हुए, लेकिन मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान की ओर से मोर्टार दागने के दौरान वह शहीद हो गए.
14 महीने पहले ही सेना में हुए थे भर्ती
बता दें कि, कमलेश 14 महीने पहले ही सेना में भर्ती हुए थे. पटना के दानापुर में नौकरी के लिए बहाली हुई थी. उसके बाद ट्रेनिंग के लिए उन्हें हैदराबाद भेजा गया था. उनकी पहली पोस्टिंग कुपवाड़ा में हुई थी. कुछ दिनों पहले एक महीने की छुट्टी लेकर वो घर आए थे. 24 अगस्त को वो वापस गए थे.
परिवार की हिम्मत देख भावुक हुए केंद्रीय कानून मंत्री
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भावुक होते हुए कहा कि ऐसे ही बहादुर सपूतों के कारण आज देश अपने को सुरक्षित मानता है. शहीद के पिता और परिवार की हिम्मत देखकर वह सबसे अधिक भावुक हुए. मंत्री ने बताया कि शहीद का एक चचेरा भाई भी सेना में है और देश की सेवा कर रहा है. उन्हें जैसे ही वीर कमलेश के शहीद होने की सूचना मिली, तभी उन्होंने निश्चय किया कि वे शहीद के गांव जाकर उन्हें जरुर प्रणाम करेंगे और शहीद के परिवार से भी मिलेंगे.