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विजय दिवस पर शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि, पूर्व सैनिकों को किया गया सम्मानित

दानापुर में विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. समारोह का शुभारंभ बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ के संरक्षक ब्रिगेडियर एके यादव ने किया.

विजय दिवस पर शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि
विजय दिवस पर शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि
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Published : Dec 15, 2021, 10:57 PM IST

पटना: राजधानी पटना के दानापुर में विजय दिवस (Vijay Diwas) पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. पूर्व सैनिक व शहीद के परिजनों को सम्मानित किया गया. दानापुर में 1971 के युद्ध में भारत की शानदार विजय (India Glorious Victory in 1971 war) की स्वर्ण जयंती के मौके पर बुधवार को बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ कार्यालय परिसर में स्वर्ण जयंती समारोह कर शहीदों को नमन किया गया.

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समारोह के शुभारंभ के पहले देश के प्रथम सीडीएस जनरल विपिन रावत के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई. समारोह का शुभारंभ बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ के संरक्षक ब्रिगेडियर एके यादव ने किया. ब्रिगेडियर यादव ने युद्ध में शामिल पूर्व सैनिक व सैनिक वीरांगनाओं को अंग वस्त्र व प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया.

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 1971 युद्ध में भारतीय सैनिकों ने अपने आदम्य, साहस, बहादुरी व वीरता के साथ पाक सैनिकों को मारकर भगाया था. भारतीय सैनिकों ने अपने पराक्रम से पाक सैनिकों को समर्पण करने पर विवश कर दिया था.

सैनिक अस्पताल के सीओ कर्नल रविकांत नारायण, कर्नल ओम प्रकाश, कर्नल आरके सिंह, एसबीआई के चीफ मैनेजर विपिन बिहारी पाठक, वेदांता क्षेत्र विज्ञान केंद्र के जितेंद्र शर्मा, सूबेदार आरएन उपाध्याय सहित कई गणमान्य लोगों ने 1971 युद्ध में शहीद सैनिकों को नमन किया. उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों ने अपनी वीरता व पराक्रम से पाक सैनिकों को युद्ध में परास्त कर दिया था. मनीषा व सौम्या ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया. कैप्टन निरंजन ने कविता द्वारा 1971 युद्ध को चित्रण किया.

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युद्ध में पाकिस्तानी सेना ने पूर्वी क्षेत्र को खोने के साथ ही 93 हजार सैनिकों ने समर्पण किए थे. जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा समर्पण था. दुनिया के युद्ध इतिहास में सबसे कम समय के लिए हुए युद्ध में यह सबसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर दर्ज है. जो हमारे लिए गौरवशाली युद्ध रहा है.

'देश की आन-बान और शान की रक्षा के लिए समर्पित सेना के जवानों और शहीदों पर राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को गर्व है. आज का दिन हमें शहीदों के अदम्य साहस व बलिदान को स्मरण करने के साथ ही देश सेवा के लिए प्रेरित करता है.' - एके यादव, ब्रिगेडियर

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पटना: राजधानी पटना के दानापुर में विजय दिवस (Vijay Diwas) पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. पूर्व सैनिक व शहीद के परिजनों को सम्मानित किया गया. दानापुर में 1971 के युद्ध में भारत की शानदार विजय (India Glorious Victory in 1971 war) की स्वर्ण जयंती के मौके पर बुधवार को बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ कार्यालय परिसर में स्वर्ण जयंती समारोह कर शहीदों को नमन किया गया.

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समारोह के शुभारंभ के पहले देश के प्रथम सीडीएस जनरल विपिन रावत के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई. समारोह का शुभारंभ बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ के संरक्षक ब्रिगेडियर एके यादव ने किया. ब्रिगेडियर यादव ने युद्ध में शामिल पूर्व सैनिक व सैनिक वीरांगनाओं को अंग वस्त्र व प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया.

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 1971 युद्ध में भारतीय सैनिकों ने अपने आदम्य, साहस, बहादुरी व वीरता के साथ पाक सैनिकों को मारकर भगाया था. भारतीय सैनिकों ने अपने पराक्रम से पाक सैनिकों को समर्पण करने पर विवश कर दिया था.

सैनिक अस्पताल के सीओ कर्नल रविकांत नारायण, कर्नल ओम प्रकाश, कर्नल आरके सिंह, एसबीआई के चीफ मैनेजर विपिन बिहारी पाठक, वेदांता क्षेत्र विज्ञान केंद्र के जितेंद्र शर्मा, सूबेदार आरएन उपाध्याय सहित कई गणमान्य लोगों ने 1971 युद्ध में शहीद सैनिकों को नमन किया. उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों ने अपनी वीरता व पराक्रम से पाक सैनिकों को युद्ध में परास्त कर दिया था. मनीषा व सौम्या ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया. कैप्टन निरंजन ने कविता द्वारा 1971 युद्ध को चित्रण किया.

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'देश की आन-बान और शान की रक्षा के लिए समर्पित सेना के जवानों और शहीदों पर राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक को गर्व है. आज का दिन हमें शहीदों के अदम्य साहस व बलिदान को स्मरण करने के साथ ही देश सेवा के लिए प्रेरित करता है.' - एके यादव, ब्रिगेडियर

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