पटना: माओवादी (Maoist) पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में प्रतिबंधित नक्सली संगठन (Naxalite Organization) भाकपा माओवादी (CPI Maoist) ने बिहार समेत 4 राज्यों में बंद का अह्वान किया है. भाकपा-माओवादी की बिहार-झारखंड-उत्तरी छत्तीसगढ़-उत्तर प्रदेश सीमांत रिजनल कमेटी के प्रवक्ता मानस ने बयान जारी कर 23 से 25 नवंबर तक बिहार, झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में बंद का एलान किया है.
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उन्होंने अपने बयान में कहा कि माओवादी नेता प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी पर बर्बरता, पुलिस यातना कर हत्या का प्रयास, चिरौली में पुलिस के द्वारा 26 मई को माओवादियों की हत्या और कृषि कानून आंदोलन में मारे गए आंदोलनकारियों की मौत के खिलाफ 23, 24 और 25 नवंबर को बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में बंदी है.
इस संबंध में मुंगेर के आरक्षी अधीक्षक जग्गू नाथ रेड्डी जला रेड्डी ने बताया कि 3 दिवसीय नक्सली बंदी को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. लगातार सीआरपीएफ, एसटीएफ, कोबरा बटालियन, जिला पुलिस बल के जवान नक्सल क्षेत्र में छापेमारी की जा रही है. नक्सलियों के मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे. मुंगेर पुलिस भी पूरी तरह अलर्ट मोड में है. लगातार सघन जांच अभियान और छापेमारी जारी है. कॉम्बिंग ऑपरेशन भी चलाये जा रहे हैं. उसी के तहत रविवार को मुंगेर के हार्डकोर नक्सली नकुल कोड़ा को धरहरा और सोमवार की सुबह हार्डकोर नक्सली संजय सोरेन की गिरफ्तारी हवेली खडगपुर से हुई है.
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बिहार पंचायत चुनाव के आठवें चरण में इमामगंज और डुमरिया प्रखंड में 24 नवंबर को मतदान होना है, लेकिन प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादियों की दस्तक से पंचायत चुनाव प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है. इधर, नक्सलियों की बंदी का एलान होने से इमामगंज व डुमरिया प्रखंड में शनिवार को चुनाव प्रचार थम सा गया था. नक्सलियों ने प्रशासन व सरकार को एक तरह से चुनौती दी है.
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