पटना: गोपालगंज में सत्तरघाट पुल का एप्रोच रोड धवस्त होने के मामले पर सियासत गर्म हो गई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसके लिए सीधे तौर पथ निर्माण मंत्री को जिम्मेदार ठहराया. तेजस्वी ने नंद किशोर यादव के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को तुरंत ऐसे करप्ट मंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए.
नंदकिशोर यादव पर करारा हमला
तेजस्वी यादव ने पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव पर करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि बिहार में बिना भ्रष्टाचार के कोई काम नहीं होता. राज्य में ये अब आम बात हो गई है. इस पुल के निर्माण के दौरान भी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. पिछले 15 सालों में 55 घोटाले हुए हैं. सिर्फ करप्शन के कारण इतनी जल्दी अप्रोच रोड ढह गया. जलस्तर वहां इतना भी बढ़ा नहीं था, कि नया बना पुल टूट जाए.
'मंत्री हो बर्खास्त और कंपनी ब्लैक लिस्ट'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अगर बाढ़ की वजह से पुल ढहने की दलील दी जा रही है, तो इतनी जल्दबाजी में इस पुल का उद्घाटन ही क्यों किया गया. सिंचाई विभाग क्या कर रहा था. इसकी बनावट में ही गड़बड़ी है, निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. सीधे-सीधे भ्रष्टाचार हुआ है. सीएम नीतीश को फौरन मंत्री को बर्खास्त करना चाहिए और कंपनी को ब्लैक लिस्ट करना चाहिए.
'लाशों के ढेर पर चुनाव की जल्दी'
तेजस्वी यादव ने सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मौजूदा समय में इतनी भयवह स्थिति में भी इनको चुनाव की जल्दी है. लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया गया है. ये लोग लाशों के ढेर पर चुनाव लड़ना चाहते हैं.
चौतरफा घिरती दिख रही सरकार
बता दें कि गोपालगंज में पुल ढहने पर विपक्ष हमलावर है. सरकार चौतरफा घिरती दिख रही है. तेजस्वी से पहले उनके नेता शिवचंद्र राम ने भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि ये एस्टिमेट घोटाला है. सरकार इसकी उच्चस्तरीय जांच हाईकोर्ट के पूर्व जज या फिर विधानसभा की ओर से गठित सर्वदलीय कमेटी से करवाए और जांच रिपोर्ट चुनाव से पहले सार्वजनिक करें
पथ निर्माण मंत्री की सफाई
हालांकि पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने इस मामले पर अपनी सफाई पेश की है. उन्होंने कहा कि सत्तर घाट पुल से कटाव का कोई लेना देना नहीं है. पुल पूरी तरह सुरक्षित है. जो कट गया है वह पुल से काफी दूर की एप्रोच रोड है. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को एप्रोच और पुल का अंतर भी नहीं पता है.
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'पानी घटते ही पुल की मरम्मत'
अपने इस्तीफे की मांग पर नंदकिशोर ने कहा कि जिनके राज में हर जगह भ्रष्टाचार हुआ हो वो क्या बोलेंगे. पथ निर्माण मंत्री ने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त परिवार को हर जगह गड़बड़ी दिखती है. पानी घटते ही पुल की मरम्मत करा दी जाएगी. अधिकारी और इंजीनियर इसमें लगे हुए हैं.
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29 दिनों में ही ध्वस्त हुआ पुल
बता दें कि गोपालगंज में विकास को रफ्तार देने के लिए सरकार ने 263 करोड़ रुपए की लागत से गंडक नदी पर पुल बनवाया था. पुल को बनाने में 8 साल का वक्त लगा था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2012 में पुल का शिलान्यास किया था. सीएम नीतीश ने ठीक एक महीने पहले ही बीते 16 जून को इस रामजानकी सेतु का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया था. यह पुल महज 29 दिनों में ही ध्वस्त हो गया. इसको लेकर राजनीति एक बार फिर से गरम हो गई है.