पटना: लद्दाख सीमा पर चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प के बाद उत्पन्न स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुक्रवार को बुलाई गई बैठक में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को नहीं बुलाए जाने पर राजद के नेताओं ने नाराजगी जाहिर की है. राजद के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि राजद को इस सर्वदलीय बैठक में नहीं बुलाया गया है.
तेजस्वी ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री कार्यालय और रक्षा मंत्री से जानना चाहा है कि इस सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक दलों को बुलाने का मापदंड क्या है? उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी को अब तक इस बैठक में भाग में लेने के लिए आमंत्रण नहीं आया है.
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Dear @DefenceMinIndia @PMOIndia, Just wish to know the criteria for inviting political parties for tomorrow's #AllPartyMeet on #GalwanValley. I mean the grounds of inclusion/exclusion. Because our party @RJDforIndia hasn't received any message so far.
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— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 18, 2020
शिवानंद तिवारी ने उठाए सवाल
इधर, राजद के वरीय नेता शिवानंद तिवारी ने कहा, 'ये आश्चर्य की बात है. प्रधानमंत्री की ओर से खबर आई थी कि सर्वदलीय बैठक सभी पार्टी के नेताओं को बुलाकर होगी और चीन के साथ जो हमारा मसला है, उस पर बातचीत होगी, लेकिन क्षेत्रीय पार्टी को क्यों अलग रखा जा रहा है?'
जदयू ने तेजस्वी पर साधा निशाना
इस बीच, जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने तेजस्वी यादव को ऐसे मुद्दे पर भी राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'राजद को हर सवाल पर सियासत करने की आदत बन गई है आज देश की सुरक्षा और संप्रभुता का सवाल है, लेकिन राजद ने फिर से एक बार ओछी सियासत का नमूना सामने रखा है, जिसकी इस मामले पर कोई गुंजाइश नहीं है.'