पटना: बिहार में जहरीली शराब पीने से 41 लोगों की मौत (People died after Consuming Suspected Spurious Liquor) के बाद शराबबंदी (Prohibition) को लेकर गंभीर सवाल उठ खड़े हो गए हैं. विपक्ष के साथ-साथ सत्ता पक्ष की ओर से भी प्रश्न पूछे जा रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल (Prem Ranjan Patel) ने भी माना है कि कुछ भ्रष्ट पुलिस पदाधिकारी और शराब माफिया अवैध कारोबार में लगे हैं.
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बिहार बीजेपी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि शराबबंदी कानून से सामाजिक बदलाव आए हैं. लोगों की जीवन शैली में मूलभूत परिवर्तन हुआ है. कुछ भ्रष्ट पुलिस पदाधिकारी और शराब माफिया मिलकर अवैध कारोबार में लगे हैं, लेकिन सरकार उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि पहले भी कई आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है.
इससे पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने कहा था कि शराबबंदी कानून की समीक्षा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पुलिस की मिलीभगत से भी कुछ जिलों में जहरीली शराब बेची जा रही है. कानून को लागू हुए 6 साल से ज्यादा हो गये हैं. कानून की एक बार समीक्षा होनी चाहिए.
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बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने ये भी कहा कि जहां पर पुलिस प्रशासन के सहयोग से जहां विदेशी शराब की तस्करी हो रही है. वैसे इलाकों में इस तरह की घटनाएं नहीं हो रही है. कानून को लागू हुए 6 से 7 साल हो गये. इस कानून की सफलता और असफलता पर चर्चा कर इसकी समीक्षा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो कहा, उस पर जरूर कार्रवाई करेंगे.