पटना: बिहार में जहरीली शराब पीने से 41 लोगों की मौत हो चुकी है. इसको लेकर विपक्ष ने सरकार पर जोरदार हमला बोला है. आरजेडी नेता उदय नारायण चौधरी ने कहा कि राज्य में अचानक लगे शराबबंदी कानून (Prohibition Law) के बाद लगातार शराब की तस्करी हो रही है. सैकड़ों लोग जहरीली शराब पीने से मरे हैं. शराब बंदी कानून से सबसे बड़ा नुकसान दलितों का हुआ है. एक बड़ा तबका बेरोजगार भी हुआ है.साथ ही राज्य सरकार के राजस्व में भी काफी नुकसान हो रहा है. उन्होंने कहा कि कानून बनाया तो गया, लेकिन जिस तरह प्रशासन के लोग कानून का पालन करवाने में अक्षम है इससे लगता है कि बहुत बड़ी लापरवाही सरकार की ओर से जान-बूझकर की जा रही है.
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उदय नारायण चौधरी ने कहा कि राज्य में जो स्थिति अभी बनी है, उसमें सरकार को अब निर्णय लेना चाहिए और बिना किसी शर्त के तत्काल शराब बंदी कानून वापस लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो माहौल बिहार में बना हुआ है, ऐसी स्थिति में राज्य सरकार को पूर्ण शराबबंदी कानून बिना शर्त वापस ले लेना चाहिए क्योंकि शराबबंदी कानून के कारण ही बिहार में जहरीली शराब लोग बनाकर बेच रहे हैं.
वहीं, बीजेपी प्रवक्ता संजय टाइगर ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि आरजेडी के लोगों की पहले से ही यही राय थी, जो आज वो बोल रहे हैं लेकिन उनके मन मुताबिक यहां ये सब होने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य में और सख्ती से शराबबंदी कानून लागू होगा और सरकार इसको लेकर जल्द ही समीक्षा कर कदम उठाएगी.
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संजय टाइगर ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल मुगालते में न रहे कि शराबबंदी कानून को लेकर वर्तमान एनडीए सरकार कुछ करने वाली है. साथ ही उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से मौत को जिस तरह से पूर्ण शराबबंदी से विपक्ष के लोग जोड़ रहे हैं, वह गलत है. उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर जो घटना हुई है, वह दुखद है और उसको लेकर सरकार कार्रवाई कर रही है. पूर्ण शराबबंदी कानून की अवहेलना करने वाले जो भी लोग हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद ही कहा है कि समीक्षा करेंगे