पटना : पूरे विश्व में कोरोना एक बार फिर कहर बरपा रहा है. कोविड-19 ओमीक्रॉन वैरीएंट (Corona Omicron Variant) ने पूरे विश्व को एक बार फिर हलकान कर दिया है. जिस तरीके से दक्षिण अफ्रीका और दूसरे देशों में ओमीक्रॉन के मामले बढ़े हैं, सभी देशों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.
भारत में भी ओमीक्रॉन को लेकर आपात बैठक की गई, जिसमें यह तय किया गया कि सतर्कता और सावधानी सबसे ज्यादा बरतनी है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar Meeting) ने भी रविवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर ओमीक्रॉन से निपटने के लिए रणनीति बनाई. साथ ही बिहार में कोविड-19 पर चल रहे टीकाकरण और दूसरे विषयों की जानकारी भी ली.
बहुत बिलखकर रोया है बिहार:- यह सरकारी तैयारी का विषय था लेकिन बिहार को एक बार फिर मजबूती से तैयार होना है. क्योंकि इसमें दो राय नहीं है कि बिहार ने कोविड-19 जिस प्रचंड स्वरूप को देखा है, उसमें बिहार बहुत रोया है. ऑक्सीजन की कमी से अस्पताल की गेट पर जाते-जाते दम तोड़ते वैसे तमाम लोग जिनकी बिहार को जरूरत थी कोविड-19 में असमय काल के गाल में समा गए. अस्पताल की गेट के बाहर पिता का ऑक्सीजन के लिए गला फाड़कर चिल्लाता हुआ चेहरा भी लोगों के जेहन में है. हॉस्पिटल में बेड का नहीं होना और बूढ़ी मां के कदम पर जवान बेटे की लाश को लेकर बिहार बहुत रो चुका है. गंगा में तैरती लाशें भी बिहार के हर जनमानस को झकझोर चुकी है और सबका मन रोया भी बहुत है.
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कोविड-19 के ओमीक्रॉन वैरीएंट की बात अब हो रही है. उसको लेकर बिहार को अभी से सजग होना है और संकल्प कर लेना है कि सजगता के साथ इस जंग को हम जीतेंगे. अपनों को इसकी चपेट में नहीं आने देंगे और बिहार अब उस तरीके से किसी भी दर्द को नहीं झेलेगा जो इससे पहले किन्ही कारणों की गलतियों से रो चुका है
सजग रहने का लें संकल्प:- जिंदगी में कई लहर कई तरह दर्द के थपेड़े दे जाती हैं. उससे निकलकर के आगे चलने का नाम ही जिंदगी है. बिहार उससे ज्यादा जिंदादिली के साथ चलता है. बस जरूरत इस बात की है कि जिस तरीके से उफान के वक्त नदियों की लहरों को एक धारा दे दी जाती है. बाद में थमने के बाद उसे रोक दी जाती है. बिहार का जीवन जिंदादिली के साथ चलता है. उसी तरह कोरोना कि आ रही लहरों को भी किनारा देने की जरूरत है और उसके लिए बिहार की सजगता ही उसकी जीत है. किसी भी तरह की जीत सजग रह करके जीत लेगा यह उसके हौसले से जाना जाता है. तो एक बार फिर बिहार के सभी लोगों को संकल्पित होकर के कोविड-19 वैरीएंट से निपटने के लिए तैयार होना है.
कोविड प्रोटोकॉल का करें पालन:- अभी से निपटने के लिए ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण कराएं, दूरी बनाए रखें और मास्क का प्रयोग जरूर करें. हाथों को सैनिटाइज करते रहें, बच्चों पर खास तौर से नजर रखें, घर के बूढ़े बुजुर्गों को बहुत सुरक्षित रखना है. बस इतना कर लेना है और कोरोना को हरा देना है. हर बार की तरह इस बार भी बिहार इतनी मजबूती से लड़ेगा कि कोरोना वायरस हारेगा और बिहार जीतेगा. बस इसी को आत्मसात करना है क्योंकि कोविड-19 के लिए सजगता की यही कहानी इस जंग से फतेह दिलाएगी.
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