नयी दिल्लीः बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने विधानसभा शीतकालीन सत्र (Winter Session of Assembly ) के आखिरी दिन ओवैसी की पार्टी AIMIM के विधायकों द्वारा वंदे मातरम नहीं गाने पर कहा (Speaker Vijay Sinha Speaks on Vande Mataram Song Issue) कि इस बार शीतकालीन सत्र के दौरान सत्र के पहले दिन राष्ट्रगान और आखरी दिन वंदे मातरम गाने की परंपरा शुरू होगी. इसका ऐलान पहले ही किया जा चुका था.
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उन्होंने कहा कि सभी विधायकों ने इसका पालन किया. एमआईएम विधायकों ने ऐसा नहीं किया. वंदे मातरम गाने में क्या दिक्कत (Controversy over Vande Mataram) है मुझे समझ में नहीं आ रहा. उन्होंने कहा कि मैं संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति हूं. संविधान का शपथ लिया हूं. संविधान के प्रति मेरी निष्ठा है.
वंदे मातरम नहीं गाने वाले विधायक मेरे पर आरोप ना लगाएं. जनता का विश्वास जीतकर विधायक जीतते हैं इसलिए उनको विधानसभा में ऐसा कोई व्यवहार नहीं करना चाहिए जिससे जनता में गलत संदेश जाए. राष्ट्रगीत वंदे मातरम (National Song Vande Mataram) नहीं गाने से जनता में गलत संदेश गया. उन्होंने कहा कि अगर आचार समिति के पास मामला जाता है. जांच होने पर दोषी पाए जाएंगे तो फिर इन विधायकों के खिलाफ ऐक्शन होगा.
उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र का संचालन बहुत बेहतर तरीके से हुआ. हर मुद्दे पर चर्चा हुई. विपक्ष को भी पूरा बोलने का मौका दिया गया. सरकार के तरफ से भी जवाब दिया गया. बता दें बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन ओवैसी के पार्टी के विधायकों ने विधानसभा में हंगामा खड़ा कर दिया. उन्होंने वंदे मातरम गाने से मना कर दिया. विधानसभा अध्यक्ष पर राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत थोपने का आरोप लगाया.
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ओवैसी के पार्टी के विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि राष्ट्रगीत गाना जरूरी है. वहीं बीजेपी के विधायकों के द्वारा ओवैसी के पार्टी के विधायकों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है. बिहार में ओवैसी की पार्टी के कुल 5 विधायक हैं.
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