ETV Bharat / city

होली में जाम छलकाने की सोच रहे हैं तो हो जायें सावधान, बिहार सरकार ने की है ये तैयारी - Search and arrest operation in Bihar

बिहार में शराबबंदी (liquor ban in bihar) को कारगर तरीके से लागू कराने के लिए सरकार नये-नये तरीके अपना रही है. पुलिस प्रशासन और मद्य निषेध विभाग की ओर से कड़ाई बरती जा रही है. अब होली के दौरान जाम छलकाने की योजना बनाने वालों की खैर नहीं है. इसके लिए बड़ी तैयारी की गयी है. पढ़ें पूरी खबर.

liquor ban in bihar
liquor ban in bihar
author img

By

Published : Mar 2, 2022, 8:06 AM IST

पटना: बिहार में शराबबंदी कानून (liquor prohibition law in bihar) को पूरे तौर पर लागू कराने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. इसके लिए नये-नये तरीके अपनाये जा रहे हैं. अवैध शराब की रिकवरी में ड्रोन का इस्तेमाल (Use of Drones in Alcohol Recovery) किया जा रहा है. इसमें काफी सफलता मिल रही है. शराब की बरामदगी में भारी इजाफा हुआ है. विभाग ने पहले चरण में ड्रोन कैमरों की मदद से ऑपरेशन 'सर्च एंड डेस्ट्राॅय' चलाया. इसके तहत बड़ी संख्या में देशी शराब के अड्डों की पहचान कर उनको ध्वस्त किया गया. गिरफ्तारियां भी हो रही है.

ड्रोन की मदद से देशी शराब के अड्डों को ध्वस्त करने में मिल रही सफलता को देख कर मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग अत्यंत उत्साहित है. ड्रोन कैमरों की मदद से 'सर्च एंड डेस्ट्राॅय' ऑपरेशन चलाया. इसमें बड़ी संख्या में देशी शराब के अड्डों की पहचान कर उनको ध्वस्त किया गया. अब अभियान के दूसरे चरण में 'सर्च एंड अरेस्ट' ऑपरेशन (Search and arrest operation in Bihar) पर फोकस किया जा रहा है. इसमें उन लोगों को चिह्नित कर गिरफ्तार किया जायेगा जिन्होंने शराब के अड्डे ध्वस्त होने के बाद उसे दोबारा लगाया. इसके लिए सभी जिलों के मद्य निषेध अधीक्षकों को विशेष निर्देश दिया गया है.

ये भी पढ़ें: नीतीश सरकार का बड़ा फैसला, शराब पीने वाले अब नहीं जाएंगे जेल

मद्य निषेध विभाग के आयुक्त बी. कार्तिकय धनजी ने बताया कि ड्रोन की मदद से बड़ी संख्या में देशी शराब के अड्डों को चिह्नित कर ध्वस्त करने में सफलता मिली. इससे शराब कारोबारी हतोत्साहित हैं. इस दौरान हाई क्वालिटी कैमरों की मदद से शराब निर्माण से जुड़े माफियाओं की तस्वीरें कैद की गयी हैं. इन तस्वीरों के आधार पर आरोपितों की पहचान कर उनके खिलाफ स्थानीय थाने में मामला दर्ज कराया गया है. अब उनकी गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है.

ये भी पढ़ें: शराबबंदी के लिए किए जा रहे हैं कई महंगे प्रयोग, फिर भी नहीं थम रही शराब की तस्करी: पूर्व डीजी

आयुक्त ने बताया कि होली को लेकर शराब कारोबारियों की सक्रियता बढ़ने की संभावना है. इसे देखते हुए गश्ती बढ़ा दी गयी है. सभी जिलों में एंटी लीकर टास्क फोर्स के अलावा दोपहिया वाहनों से भी गश्ती होगी. राज्य के पांच चेक पोस्टों पर चलंत फुल बॉडी ट्रक स्कैनर से गाड़ियों की जांच की व्यवस्था की जा रही है. नदी, जंगल, सड़क और शहरी इलाकों में सघन गश्ती अभियान चलाने के लिए आवश्यक वाहन और फोर्स की व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही नाइटविजन ड्रोन्स से रात में भी गश्ती होगी ताकि इन शराब कारोबारियों को जड़ जमाने का मौका नहीं मिले.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: बिहार में शराबबंदी कानून (liquor prohibition law in bihar) को पूरे तौर पर लागू कराने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. इसके लिए नये-नये तरीके अपनाये जा रहे हैं. अवैध शराब की रिकवरी में ड्रोन का इस्तेमाल (Use of Drones in Alcohol Recovery) किया जा रहा है. इसमें काफी सफलता मिल रही है. शराब की बरामदगी में भारी इजाफा हुआ है. विभाग ने पहले चरण में ड्रोन कैमरों की मदद से ऑपरेशन 'सर्च एंड डेस्ट्राॅय' चलाया. इसके तहत बड़ी संख्या में देशी शराब के अड्डों की पहचान कर उनको ध्वस्त किया गया. गिरफ्तारियां भी हो रही है.

ड्रोन की मदद से देशी शराब के अड्डों को ध्वस्त करने में मिल रही सफलता को देख कर मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग अत्यंत उत्साहित है. ड्रोन कैमरों की मदद से 'सर्च एंड डेस्ट्राॅय' ऑपरेशन चलाया. इसमें बड़ी संख्या में देशी शराब के अड्डों की पहचान कर उनको ध्वस्त किया गया. अब अभियान के दूसरे चरण में 'सर्च एंड अरेस्ट' ऑपरेशन (Search and arrest operation in Bihar) पर फोकस किया जा रहा है. इसमें उन लोगों को चिह्नित कर गिरफ्तार किया जायेगा जिन्होंने शराब के अड्डे ध्वस्त होने के बाद उसे दोबारा लगाया. इसके लिए सभी जिलों के मद्य निषेध अधीक्षकों को विशेष निर्देश दिया गया है.

ये भी पढ़ें: नीतीश सरकार का बड़ा फैसला, शराब पीने वाले अब नहीं जाएंगे जेल

मद्य निषेध विभाग के आयुक्त बी. कार्तिकय धनजी ने बताया कि ड्रोन की मदद से बड़ी संख्या में देशी शराब के अड्डों को चिह्नित कर ध्वस्त करने में सफलता मिली. इससे शराब कारोबारी हतोत्साहित हैं. इस दौरान हाई क्वालिटी कैमरों की मदद से शराब निर्माण से जुड़े माफियाओं की तस्वीरें कैद की गयी हैं. इन तस्वीरों के आधार पर आरोपितों की पहचान कर उनके खिलाफ स्थानीय थाने में मामला दर्ज कराया गया है. अब उनकी गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है.

ये भी पढ़ें: शराबबंदी के लिए किए जा रहे हैं कई महंगे प्रयोग, फिर भी नहीं थम रही शराब की तस्करी: पूर्व डीजी

आयुक्त ने बताया कि होली को लेकर शराब कारोबारियों की सक्रियता बढ़ने की संभावना है. इसे देखते हुए गश्ती बढ़ा दी गयी है. सभी जिलों में एंटी लीकर टास्क फोर्स के अलावा दोपहिया वाहनों से भी गश्ती होगी. राज्य के पांच चेक पोस्टों पर चलंत फुल बॉडी ट्रक स्कैनर से गाड़ियों की जांच की व्यवस्था की जा रही है. नदी, जंगल, सड़क और शहरी इलाकों में सघन गश्ती अभियान चलाने के लिए आवश्यक वाहन और फोर्स की व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही नाइटविजन ड्रोन्स से रात में भी गश्ती होगी ताकि इन शराब कारोबारियों को जड़ जमाने का मौका नहीं मिले.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.