पटना: बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar) लागू है, इसके बावजूद आए दिन शराब बिक्री और जहरीली शराब से मौत के मामले सामने आते रहते हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले दिनों से 7 घंटे तक लगातार समीक्षा बैठक की थी और कई अहम फैसले भी लिए थे. वहीं, अब 26 नवंबर को मद्य निषेध दिवस पर एक बार फिर से लोगों को शपथ दिलाने की तैयारी (Preparation of Oath on Prohibition Day) की जा रही है.
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शराबबंदी को लेकर विपक्ष की ओर से कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं. बिहार सरकार के मंत्री संजय झा का कहना है कि मुख्यमंत्री का यह बोल्ड डिसीजन है और सब को पता है कि ओपन बॉर्डर है. मुख्यमंत्री ने नए जेनरेशन को बचाने का फैसला लिया है. इसलिए इसे चुनौती के रूप में स्वीकार किया है.
संजय झा ने कहा कि बड़े स्तर पर देखें तो बिहार में शराबबंदी कानून पूरी तरह से सफल है. ग्रामीण इलाकों में भी साफ असर दिख रहा है. तमाम लोगों को लाभ मिला है. और यदि कुछ कमियां रह गई है तो उसे दूर करने का लगातार प्रयास हो रहा है.
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आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की ओर से दिए गए बयान पर संजय झा ने कहा शराबबंदी को लेकर जब हमलोगों ने मानव श्रृंखला बनाई थी, तब वे भी हमारे साथ थे, लेकिन आज राजनीति करना है तो बयान दे रहे हैं. विपक्ष को शराबबंदी को हल्का नहीं बनाना चाहिए,
वहीं, बीजेपी विधायक हरी भूषण ठाकुर के बयान पर संजय झा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी मैदान में शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री की तारीफ की थी, ऐसे में उन्हें देखना चाहिए था. संजय झा ने कहा कि मद्य निषेध दिवस पर एक बार फिर से सब को शपथ दिलाने की तैयारी है, जिससे पुरानी मेमोरी फिर से ताजा हो जाए.
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