पटना: राजद विधायक विजय प्रकाश ने विधानसभा में गंभीर मुद्दा उठाया. विधायक ने जमुई के एक मामले को लेकर बिहार बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि निर्दोष होने के बावजूद जमुई का एक लड़का जेल में सजा काट रहा है. बिहार बोर्ड की तरफ से आयोजित मैट्रिक की सप्लीमेंट्री परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद भी बोर्ड ने छात्र को फर्जी डिग्री धारी बता कर जेल भेज दिया. बताया जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार ने मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं.
क्या बोले बोर्ड अध्यक्ष
बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा है कि मामले की जांच की कोई जरूरत नहीं है. छात्र ने 2017 में बोर्ड की परीक्षा दी थी. जिसके बाद छात्र ने दोबारा बोर्ड परीक्षा दी. छात्र के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. फिलहाल इस मामले में आगे किसी तरह की जांच नहीं होगी.
क्या है पूरा मामला
जमुई के शुभेंदु ने 2017 में एकलव्य कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा दी थी. जिसमें वह फेल हो गया था. इसके बाद उसने दो विषयों से कम्पार्टेमेंटल परीक्षा दी और उत्तीर्ण हो गया. फिर उसने सिपाही की बहाली में चालक पद के लिए आवेदन किया. जिसके बाद उसे फर्जी प्रमाणपत्र जमा करने के आरोप में जेल भेज दिया गया. जब छात्र के अभिभावक ने मामले की जांच कराई तो पता चला की वह इंटरमीडिएट की परीक्षा में फेल ही नहीं था. उसका गलत रिजल्ट प्रकाशित कर दिया गया था. फिलहाल छात्र 18 दिनों से समस्तीपुर के जेल में बंद है.