पटना: आरजेडी 25 वां स्थापना दिवस (RJD Foundation Day ) मना रहा है. पटना में पार्टी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में दौरान तेज प्रताप यादव ( Tej Pratap Yadav ) ने प्रदेश नेतृत्व पर तंज कसा और जमकर अपनी भड़ास निकाली. अपने भाई तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) से लेकर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ( Jagdanand Singh )को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि मूझे पूजा में देर क्या हो गई तेजस्वी ने बाजी ही मार ली.
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कुछ लोग सच्चाई सुनना नहीं चाहते
तेज प्रताप ने कहा कि जो जिम्मेदारी मिली है, उसे पूरा करना चाहिए. पार्टी में कुछ लोग हैं, जो दल को आगे बढ़ने देना नहीं चाहते. हम सच्चाई बोलते हैं लेकिन कुछ लोग सच्चाई सुनना नहीं चाहते. दरअसल, तेज प्रताप कार्यक्रम को जब संबोधित कर रहे थे तभी माइक में कुछ तकनीकी समस्या आ गई. इस पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा जब वो कुछ सच बोलना चाहते हैं, तो ऐसी समस्याएं ही आती हैं. क्योंकि लोग सच्चाई सुनना नहीं चाहते हैं.
'जगदानंद अंकल हमसे गुस्साये हुए हैं'
तेज प्रताप यहीं नहीं रूके, उन्होंने सभी लोगों से हाथ उठाने को बोला और कहा कि अगर हम सही बोल रहे तो हाथ उठाकर समर्थन दीजिए. सभी लोगों ने हाथ उठाया लेकिन प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने हाथ नहीं उठाया.
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'जगदानंद अंकल हमसे गुस्साये हुए हैं, आंदोलन करिए, गोली खाने के लिए हम तैयार हैं. पार्टी के कुछ लोग पैर खींचने का काम करते हैं.'- तेज प्रताप यादव, आरजेडी नेता
पिताजी की तरह मनोरंजन करता हूं
आगे तेज प्रताप ने कहा कि मैं जब भी मंच पर आता हूं तो पिताजी की तरह मनोरंजन करने का काम करता हूं. लालू के बड़े लाल ने कहा कि संगठन में बहुत सारे ऐसे लोग भी हैं जो संगठन को आगे जाने देना नहीं चाहते हैं. मंच से उन्होंने कहा कि मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता हूं, लेकिन हम इशारे में बहुत बात बोल गए हैं, समझने वाले समझ गए होंगे.
जब पिताजी बोलते थे, तब भी विरोधी लोग ऐसा ही करते थे. बहुत सारे लोग तरह-तरह की खराब बातें करते हैं. लेकिन मेरे पीछे कोई क्या बोल रहा है मैं उसपर ध्यान नहीं देता. मैं अपने दिल की बात करता हूं. - तेज प्रताप यादव, विधायक, आरजेडी
संगठन में समुद्र होता है
तेज प्रताप ने कहा कि हमने पिताजी ( Lalu Yadav ) की विचारधारा को फॉलो करने का काम किया है. संगठन में समुद्र होता है, इसमें उतार चढ़ाव होता रहता है. कई बार कई लोग नाराज हो जाते हैं, उन्हें मनाने का काम किया जाना चाहिए.