पटना: डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को लेकर बिहार सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने पिछले दो साल से उनकी छुट्टियों पर लगे प्रतिबंध को समाप्त (Relief to Bihar doctors and health workers) कर दिया है. अब प्रदेश के सभी डॉक्टर, नर्सें व अन्य पारा मेडिकल स्टाफ 16 फरवरी से छुट्टियां ले सकेंगे. बिहार के स्वास्थ्य विभाग (Bihar health department) ने तीन जनवरी 2022 के अपने आदेश को निरस्त कर दिया है. इससे स्वास्थ्य कर्मी अवकाश ले सकेंगे.
स्वास्थ्य विभाग ने अपने नए आदेश में कहा है कि राज्य में कोरोना वायरस के अप्रत्याशित रूप से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इस साल तीन जनवरी को विशेष चौकसी को लेकर राज्य के सभी डाक्टर, मेडिकल अफसर, संविदा पर नियोजित सहित निदेशक प्रमुख तक, चिकित्सा महाविद्यालय अस्पतालों के प्राचार्य, अधीक्षक से लेकर जूनियर रेजिडेंट और स्वास्थ्य प्रशिक्षक, पारा मेडिकल स्टाफ, जीएनएम, एएनएम, ओटी असिस्टेंट, लैब टेक्निशियन और सभी चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की छुट्टी को 28 फरवरी तक के लिए रद्द की गई थी.
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गृह विभाग ने कोरोना संक्रमण के कारण लगे प्रतिबंध को समाप्त करने का निर्णय लिया है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने पूर्व के जारी आदेश को निरस्त करने का फैसला लिया. डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्य कर्मी अन्य कर्मचारियों की तरह अवकाश ले सकेंगे. बता दें कि कोरोना के प्रारंभ काल से स्वास्थ्य कर्मियों की छट्टियों पर रोक लगी थी. इसे समय-समय पर बढ़ाया गया था. बता दें कि देश के साथ ही बिहार में कोरोना के मामले अचानक बढ़ गए थे.
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ऐसे में राज्य के चिकित्सकों के साथ ही अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां सरकार ने निरस्त कर दी थी. इस दौरान आवश्यक कार्यों के लिए ही अवकाश दिया जा रहा था. इससे मरीजों की सेवा तो हो रही थी मगर स्वास्थ्य कर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. अब दो साल बाद बिहार सरकार ने उन्हें बड़ी राहत दी है. डाक्टरों और अन्य कर्मियों की छुट्टियों पर लगा प्रतिबंध समाप्त कर दिया गया है.
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