पटना: राजधानी पटना में 152 केंद्रों पर कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है जिनमें से 17 केंद्रों पर 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन हो रहा है. लेकिन सभी वैक्सीनेशन केंद्रों पर प्रोटोकॉल पालन नहीं हो रहा हैं. यहां तक कई केंद्रों पर थर्मल स्कैनर तक उपलब्घ नहीं है.
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क्या कहते हैं लोग ?
- पटना में गर्दनीबाग वैक्सीनेशन सेंटर से वैक्सीन लगवा कर बाहर निकलते हुए कंकड़बाग से आए पीयूष ने बताया कि उन्होंने 5 मिनट पूर्व वैक्सीन लिया है. उन्हें ऑब्जर्वेशन रूम में 30 मिनट तक बैठकर इंतजार करने के लिए नहीं कहा, वे सेंटर से निकल आए. पीयूष बताते हैं कि वैक्सीनेशन से पहले उनकी थर्मल स्क्रीनिंग भी नहीं की गई. वहां प्रवेश करने से पहले उनके हाथों को सैनिटाइज भी नहीं किया गया.
- दानापुर से वैक्सीन लेने पहुंची सृष्टि ने भी बताया कि 10 मिनट पहले उन्होंने वैक्सीन लिया है. यहां किसी ने उनका टेंपरेचर नहीं चेक किया और ना ही यहां सैनिटाइजेशन की कोई व्यवस्था है.
- शास्त्री नगर से वैक्सीन लेने पहुंची संध्या कुमारी ने बताया कि उन्होंने 1 घंटे पहले वैक्सीन लिया है. यहां किसी ने उन्हें ऑब्जर्वेशन रूम में 30 मिनट तक बैठकर समय बिताने के लिए नहीं. वह घर जा रही है.
वैक्सीनेशन प्रोटोकॉल के नियम
वैक्सीनेशन प्रोटोकॉल के अनुसार सेंटर पर पहुंचने वाले सभी के हाथों को सैनिटाइज करना चाहिए. उनकी थर्मल स्क्रीनिंग होनी चाहिए ताकि जिन्हें है, उनका वैक्सीनेशन ना हो. इसके साथ ही वैक्सीनेशन के बाद लोगों को 30 मिनट के लिए ऑब्जर्वेशन रूम में रखना होता है. मगर इन तीन नियमों में से किसी नियम का पालन वैक्सीनेशन सेंटर पर नहीं किया जा रहा है.